झारखण्ड में आर्थिक रुप से सक्षम सभी लोगों को मुख्यमंत्री राहत कोष में उदारतापू्र्वक दान देना चाहिए

झारखण्ड का हाल पहले से ही खास्ता हैं, पूर्व की रघुवर सरकार ने राज्य का वो हाल बनाया है कि आज कोरोना वायरस से लड़ने में हेमन्त सरकार की हालत पस्त हो रही हैं, फिर भी कम संसाधनों में अगर कोई सरकार अपने लोगों को बेहतर सेवा उपलब्ध करा रही हैं तो इसकी प्रशंसा करनी होगी। हम तो झारखण्ड में रह रहे उन धन-कूबेरों को भी कहेंगे कि वे थोड़ा दरियादिली दिखाये, और मुख्यमंत्री राहत कोष में उदारता से दान दें।

मुख्यमंत्री राहत कोष का एसबीआइ एकाउन्ट नंबर 11049021058 एवं आइएफएससी कोड SBIN0000167 हैं। मैं तो उनसे भी अपील करुंगा जो धन-कूबेर भले ही न हो, पर उनका हृदय बहुत विशाल है, और अपने राज्य की जनता की सेवा में लगे हैं, अगर हम सभी झारखण्ड में रहनेवाले लोग एक साथ मिलकर, अपनी-अपनी क्षमता के अनुसार भी इस मुख्यमंत्री राहत कोष में राशि दान करें तो इससे झारखण्ड को कोरोना नामक महामारी से लड़ने में सुविधा होगी।

झारखण्ड जल्द ही कोरोना मुक्त हो जायेगा, क्योंकि कोरोना से इलाज से लेकर इसके रोकथाम तथा इसके कारण प्रभावित बहुत सारे लोगों के पास भोजन व रोजगार के संकट है। चूंकि ये महामारी ऐसी है कि इससे विश्व के बहुत सारे देश आक्रांत है, और सभी अपने-अपने देश में कोरोना से आई संकट से जूझ रहे हैं, उनकी पहली प्राथमिकता खुद को उबारने की हैं।

ऐसे में गरीब देशों/विकासशील देशों की ओर किसका ध्यान जाता हैं, अतः इस कोरोना नामक महामारी से लड़ना तो हमें ही और आपको हैं, ऐसे में आइये राज्य सरकार द्वारा दी जा रही सूचनाओं पर ध्यान दें, सरकार को आर्थिक मदद पहुंचाएं, सोशल डिस्टेन्स का पालन करते हुए, मानवता की रक्षा करें।

सर्वाधिक हालात तो खराब उन इलाकों में हैं, जहां कोरोना ने दस्तक दे दी हैं, फिर भी वहां के लोगों का इस महामारी से बचने के लिए कोई उपाय नहीं करना तथा सरकार की दिशा-निर्देशों को पालन नहीं करना दुखदाई है, आज जिस प्रकार से राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से मिलने के बाद जो अपनी व्यथा मीडियाकर्मियों के समक्ष रखी हैं, वह बहुत ही कष्टकर हैं, केन्द्र को चाहिए कि वो झारखण्ड जैसे छोटे राज्य पर भी ध्यान दें, तथा यहां आवश्यक मेडिकल उपकरण व आर्थिक सुविधाएं पहुंचाने पर ध्यान दें, ताकि यह झारखण्ड कोरोना से खुद को रक्षा कर सकें।