रघुवर शासनकाल में कई संभ्रांत नागरिकों व संघ के स्वयंसेवकों पर झूठी केस दर्ज कराने वाली पार्टी के नेताओं को एक थाने ने क्या बुलाया, लगे बिलबिलाने

रघुवर दास के शासनकाल में कई संभ्रांत नागरिकों व स्वयंसेवकों पर झूठी केस दर्ज करवाने वाले भाजपाई आज रोना रो रहे हैं। वे इस बात के लिए रोना रो रहे हैं कि हेमन्त सरकार के शासनकाल में उन्हें एक थाने के सहायक अवर निरीक्षक ने उन पर लगे विभिन्न धाराओं के अंतर्गत दर्ज प्राथमिकी के आधार पर अपना पक्ष रखने के लिए थाना बुलाया है। मतलब आप झूठी केस दर्ज करा दो तो ठीक और अगर कोई सरकार आपके खिलाफ सही भी केस दर्ज करा दें तो आपको दर्द होने लगा। वाह रे भाजपाइयों, कितना सुंदर सोच हैं आपका।

आप खुब इस प्रकरण पर अल-बल बोलकर, हेमन्त सरकार को कटघरे में खड़े कर रहे हो, पर ये भूल रहे हो कि आपके ही आंदोलन ने एक पत्रकार के सिर पर नौ टांके दर्ज करवा दिये। कई पुलिसकर्मी घायल हो गये। आपकी ओर से पत्थरबाजी से कई पत्रकारों के कैमरे तक टूट गये। पर आपके आंखों से आंसू का एक कतरा नहीं गिरा और न ही आपके दर्द उभर कर सामने आये, न ही आपने इस पूरे प्रकरण पर पत्रकारों से खेद प्रकट किया।

लेकिन आपको एक थाने ने दर्ज प्राथमिकी के आधार पर अपना पक्ष रखने के लिए आपको थाने बुलाया तो लगे बिलबिलाने। अरे भाई, आप उक्त केस का सामना करें। आप निर्दोष है, तो आपको भय कैसा? या इस प्रकार का विधवा प्रलाप क्यों? आपको प्रेस विज्ञप्ति निकालने की जरुरत क्यों पड़ गई?  जरा देखिये भाजपा नेता प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से क्या कह रहे हैं?

प्रदेश भाजपा नेताओं का कहना है कि गत 11 अप्रैल को भाजपा द्वारा आयोजित सचिवालय घेराव कार्यक्रम ने हेमंत सरकार की दमनकारी सोच को पूरी तरह उजागर कर दिया है। यह सरकार अपने खिलाफ आंदोलन करनेवालों के साथ आतंकवादियों, देशद्रोहियों जैसा व्यवहार करती है। अपनी नाकामियों पर पर्दा डालने के लिए यह सरकार अत्याचारी बन गई है। इसलिए लोकतांत्रिक तरीके से शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे नेताओं पर यह सरकार संगीन अपराध की धाराएं लगाती है, आनन फानन में नोटिस भेज कर पूछताछ के लिए थाना बुलाती है।

हेमंत सरकार के ऐसे कृत्यों पर बोलते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व सांसद दीपक प्रकाश ने कहा कि भाजपा मुकदमों से नही डरती। भाजपा ने जनभावनाओं के अनुरूप सदन से सड़क तक राज्य सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार, ठगबंधन की वादा खिलाफी को उजागर करने के लिए संकल्पबद्ध है। श्री प्रकाश ने कहा कि उनके साथ भाजपा विधायक सीपी सिंह, नवीन जायसवाल, समरी लाल एवम सह मीडिया प्रभारी अशोक बड़ाइक 22 अप्रैल को धुर्वा थाना में पूछताछ के लिए हाजिर होंगे और सारे सवालों का संवैधानिक रूप से जवाब भी देंगे।

उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं कार्यकर्ताओं ने कोई पद और शासन का दुरुपयोग करते हुए अपने नाम खान खनिज का आवंटन नहीं कराया है, कोई आदिवासी की जमीन नही हड़पी है, कोई पत्थर, बालू की लूट नही की है, शराब के घोटाले नही किए हैं, दलितों की जमीन नही लुटवाई है, महिलाओं, किसानों, युवाओं, पिछड़ों को प्रताड़ित नही किया है, फिर डर कैसा?

उन्होंने कहा कि भाजपा ने तो घोषणा करके डंके की चोट पर लूट भ्रष्टाचार, तुष्टिकरण के खिलाफ आवाज बुलंद की। जो एक सशक्त और जागरूक प्रतिपक्ष के नाते पार्टी का धर्म है। भाजपा झारखंड को लूटते, बर्बाद होते नही देख सकती। उन्होंने कहा कि संवैधानिक प्रक्रियाओं के तहत सभी भाजपा नेता पूछताछ का जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि राज्य की जनता यह समझ रही है की जनता की समस्याओं पर आवाज उठाने वालों के खिलाफ हेमंत सरकार कैसा अलोकतांत्रिक व्यवहार कर रही है।