अपनी बात

हम नहीं सुधरेंगे के तर्ज पर काम कर रहे हैं धनबाद के आरपीएफ के जवान

ये है पूर्व मध्य रेलवे का सर्वोत्तम और सर्वाधिक राजस्व देनेवाला धनबाद जंक्शन, जरा देखिये यहां रेलवे सुरक्षा बल किस प्रकार अपनी ड्यूटी पर तैनात है, यहीं नहीं, आप यह भी देखिये कि रेलवे सुरक्षा बल द्वारा बनाया गया महिला सहायता बूथ का क्या हाल हैं? धनबाद के वरिष्ठ समाजसेवी महेन्द्र भगानिया ने अपने मोबाइल से इस दृश्य को कैद किया है, दिन आज ही का हैं और समय हैं दोपहर के एक बजकर बीस मिनट का।

ये दृश्य स्पष्ट करता है कि धनबाद रेल मंडल में सुरक्षा का क्या हाल है? ये यह भी बताता है कि धनबाद रेल मंडल की सुरक्षा पर पर आप विश्वास नहीं कर सकते, ये यह भी बताता है कि यहां महिला सहायता बूथ तो धनबाद जंक्शन पर बना दी गई, पर यह लावारिस ही रहता है, वहां कोई भी व्यक्ति कपड़े खोलकर, आराम कर सकता है, सो सकता है, दृश्य सामने हैं, क्योंकि इस महिला सहायता बूथ पर कोई रहता नहीं।

धनबाद रेल मंडल में आरपीएफ के महिला सहायता बूथ का ये हाल बताने के लिए काफी है कि सरकार किसी की भी हो, जिन्होंने कसम खा रखी है कि हम नहीं सुधरेंगे, वे सुधरनेवाले नहीं, चाहे जो हो जाये, ऐसे भी धनबाद रेल मंडल में सुरक्षा का जिम्मा आरपीएफ नहीं उठाती, यहां तो सुरक्षा व्यवस्था और सहायता का जिम्मा भगवान उठाते हैं, तभी तो यहां से ट्रेन पकड़नेवाले या यहां पहुंचनेवाले रेलयात्री यहां के आरपीएफ सुरक्षाकर्मियों से ज्यादा, भगवान पर भरोसा करते हैं।

क्या माना जाये कि इस दृश्य के बाद धनबाद रेल मंडल हरकत में आयेगा और यहां के रेलवे सुरक्षा बल के पुलिस अधिकारी या कर्मचारी ईमानदारी से अपने कार्यों का निर्वहण करेंगे, क्योंकि हमें तो नहीं लगता और न ही विश्वास है, क्योंकि हमने धनबाद में देखा हैं, जब ईटीवी कार्यालय में था, तो यहां के आरपीएफ कर्मियों की कारगुजारियों को कई बार ईटीवी में दिखाया भी था, जिसका परिणाम यह होता था कि थोड़े दिनों तक तो हाल ठीक रहता था, और फिर कुछ दिनों के बाद वहीं स्थिति? फिलहाल रेलवे सुरक्षा बल के महिला सहायता केन्द्र के इस स्थिति को देखकर अंदाजा लगाइये कि धनबाद जंक्शन पर महिलाओं के सहायता केन्द्र के लिए क्या व्यवस्था की गई है?