अपनी बात

चले थे योग से चित्त की वृत्तियों पर अंकुश लगाने, पर उन्होंने जानवर की तरह ट्रीट किया और वे जानवर बन बैठे

चले थे योग करने, चले थे अपने चित्त की वृत्तियों पर योग के माध्यम से अंकुश लगाने, पर आज हुआ क्या?  जब रांची में आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव खत्म हुआ, तभी जिला प्रशासन की ओर से भोजन के पैकेट बांटे जाने लगे, और वे पैकेट इस प्रकार से बांटे जा रहे थे, या कहिये फेंके जा रहे थे, जैसे वे किसी पशुओं के सामने चारा या अनाज फेंक रहे हो, आश्चर्य तो तब लगा कि इस योग महोत्सव में आये लोग भी इनके द्वारा फेके जा रहे भोजन के पैकेटों को लूटने या लेने में शर्मिंदगी नहीं महसूस की।

कमाल है, इस दृश्य को देखकर जो बाहर के लोग या बाहर के मीडिया के लोग आये होंगे तो वे यहां के बारे में क्या सोच लेकर गये होंगे, समझा जा सकता है, आखिर वे कौन लोग हैं, जिन्होंने रांची का नाम बदनाम कर दिया, या यो कहें तो पूरे झारखण्ड की बांट लगा दी। क्या भोजन के पैकेट इस तरह बांटे जाते हैं? और धिक्कार उन लोगों को जो फेंके गये भोजन को इस प्रकार से लूटते रहे या लेते रहे, जैसे पशुओं का समूह लूटता या लेता हो। अरे पशु और मनुष्य में यहीं तो अंतर है, कि पशु भोजन के लिए कुछ भी कर लेते हैं, या सह लेते हैं, पर मनुष्य अपने सम्मान के साथ समझौता नहीं करता, आखिर योग महोत्सव में आये इन लोगों के सम्मान के साथ किसने खेलने की कोशिश की।

इसमें कोई दो मत नहीं कि इस प्रकार के समाचार कल अखबारों या आज के मीडिया में नहीं आयेगा? सभी इस समाचार को दबाने का प्रयास करेंगे और प्रशासन के लोग इस समाचार को दबाने के लिए मुंहमांगी रकम प्रदान करेंगे, पर सवाल उठता है कि इस समाचार को दबा देने से क्या हकीकत खत्म हो जायेगी। भोजन के पैकेट लूटने से लेकर फेकनेवाले तक को ध्यान से देखिये, ये आज के लिए बनी स्पेशल टी-शर्ट को कैसे पहनकर झमका रहे और भोजन लूटने का रिकार्ड बना रहे हैं।

कमाल है, आज का यह दृश्य रघुवर सरकार के गाल पर करारा तमाचा है, यह बता रहा है कि आज भी लोगों को योग से ज्यादा भोजन की जरुरत है, योग उनके लिए सेकेंड्री चीज है, और भोजन प्राथमिकता। क्या अब भी राज्य और केन्द्र सरकार योग की जगह, सबको भोजन मिले और वह भी सम्मान के साथ, ऐसा प्रबंध करेगी, या फिर इसी प्रकार का इवेन्ट्स कराकर झारखण्ड की जनता का पूरे विश्व की जनता के सामने अपमान करेगी। एक बात और, हम आपको बता दे कि आज रांची में पीएम मोदी विशेष तौर पर अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव में भाग लेने आये थे, और उस रांची में ऐसी घटना घट गई।