तालिबानी भाषा बोलने का अधिकार सिर्फ CM रघुवर को हैं, कृपया विपक्षी नेता ऐसी भाषा का प्रयोग न करें?

आज रांची से प्रकाशित बहुत सारे अखबारों में खबर पढ़ने को मिले, जिसमें भाजपा प्रवक्ता का बयान है कि राज्य में तालिबानी राज लाना चाहते हैं हेमन्त सोरेन। समाचार में लिखा है कि भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने हेमन्त सोरेन के उस ट्विट की आलोचना की है, जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री के लिए अपशब्दों का प्रयोग करते हुए कहा था कि उन्हें रस्सी से बांधकर राज्य के बाहर छोड़ना चाहिए।

शाहदेव के अनुसार रस्सी से किसी व्यक्ति को बांधने जैसी बात कहकर हेमन्त तालिबानी मानसिकता का परिचय दे रहे हैं। प्रतुल शाहदेव का कहना है कि हेमन्त सोरेन स्वयं मुख्यमंत्री रह चुके है और वर्तमान में विपक्ष के नेता है, ऐसे घटिया बयानबाजी के लिए उन्हें अविलम्ब माफी मांगनी चाहिए, भाजपा चाहती तो हेमन्त सोरेन को उनकी भाषा में घटियास्तर पर उतरकर जवाब दे सकती है, लेकिन यह भाजपा के नेताओं, कार्यकर्ताओं के संस्कार में नहीं हैं।

भाई मानना पड़ेगा भाजपा के इन महान प्रवक्ताओं को, ये कितने भोले हैं, ये नौ जानते है, पर छः नहीं जानते है, ये दूसरे को उपदेश देते हैं, पर अपने लिए वहीं उपदेश घास चरने चल जाती है। अब जरा पूछिए भाजपा प्रवक्ता प्रतुल नाथ शाहदेव से कि हेमन्त सोरेन के रस्सी से बांधने वाले बयान पर तो आपने लंबे-चौड़े उपदेशात्मक व्याख्यान नेता प्रतिपक्ष के लिए, पत्रकारों के समक्ष परोस दिये।

पर क्या आपको पता है कि आपही के दिलों पर राज करनेवाले, तथा खुद को इस राज्य के अब तक के सबसे होनहार मुख्यमंत्री घोषित कर चुके, आपही के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने चक्रधरपुर में विपक्षी नेताओं के लिए दिनांक 6 जून को क्या वक्तव्य दिया था, और अगर आपको नहीं मालूम हैं तो पता लगा लीजिये, आपको मुख्यमंत्री रघुवर दास का सोशल साइट देख रहे लोग ही, आपको वह विडियो उपलब्ध करा देंगे।

जिसमें मुख्यमंत्री रघुवर दास का वक्तव्य है “कोई राजनीतिक दल जनता को बरगलाने आये तो जनता को चाहिए कि उसे घर में रस्सी से बांधकर रखे” और यह वक्तव्य मुख्यमंत्री रघुवर दास ने चक्रधरपुर में गत 6 जून को दिया, जिसको लेकर राज्य के सभी राजनीतिक दलों व राज्य के बुद्धिजीवियों में आक्रोश देखा गया था। भाई आप तो तालिबानी भाषा की शुरुआत कर चुके हो, अब आप किसको यह धमकी दे रहे हो कि इस घटियास्तर के जवाब को आप भी दे सकते हो, यानी चलनी दूसे सूप के, जिन्हें बहत्तर छेद।

अरे भाई इस रस्सी से बांधकर जब आप विपक्षी दलों के नेताओं को रखने की बात करोगे तो आप यह क्यों भूल जाते हो कि विपक्ष अपने तरीके से आपको जवाब नहीं देगा, अरे जब आपने शुरुआत की, तो आपको सुनना पड़ेगा, क्योंकि आपने सत्ता में रहकर सर्वप्रथम मर्यादा तोड़ी और ये बात, या आपको ये आइना इस राज्य का कोई अखबार या मीडिया नहीं दिखायेगा, क्योंकि सभी आपके चरणकमलों के आगे बलिहारी है।

प्रतुल शाहदेव महोदय, जिसे आप तालिबानी संस्कृति कह रहे हैं, उस तालिबानी संस्कृति का बीजारोपण चक्रधरपुर में आपके मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कर दिया है, अब तो उसका विकृत चेहरा देखना बाकी है, और वह जल्द दिखेगा, क्योंकि जिस राज्य का मुख्यमंत्री जनता से आह्वान करता है कि जो राजनीतिक दल आपको बरगलाये, उसे आप रस्सी से बांधकर अपने घर में रखिये, और जनता जब इसी बात को शिरोधार्य कर, अपना काम करना शुरु करेगी, कानून को अपने हाथ में लेगी तो आप सबको निःसंदेह अच्छा लगेगा।

इसलिए दूसरो को उपदेश देना बंद करें, खुद सीएम रघुवर दास को जाकर कहें कि पहले वे राज्य की जनता और यहां के सभी विपक्षी दलों से माफी मांगे, नहीं तो ये सब बेकार की बातें बंद करें, ऐसे भी आपलोग क्या बोलते हैं, जनता जानती है, देख रही हैं, विधानसभा में आपके दल को शत् प्रतिशत औकात पता चल जायेगा।