पैसा जनता/सरकार की और खिदमत (भक्ति) बाघमारा के BJP MLA ढुलू महतो की, चुल्लू भर पानी में डूब मरें, यहां की सरकार, भाजपा के सभी बड़े नेता, DGP, धनबाद के DC, SSP, SP, SDO

पैसा जनता/सरकार की और खिदमत (भक्ति) बाघमारा के भाजपा विधायक ढुलू महतो की, चुल्लू भर पानी में डूब कर मर जाना चाहिए, यहां की हेमन्त सरकार को, भाजपा के सभी बड़े नेताओं को, राज्य के पुलिस महानिदेशक को, धनबाद के DC, SSP, SP, SDO बाघमारा के DSP, CO व उस थाना इंचार्ज को जिसके इलाके में ढुलू महतो ने एक परिवार का जीना मुहाल कर दिया हैं, उसकी दो महीने से आजीविका छीन ली हैं, जिसके दुकान के सामने पानी का टैंकर दो महीने से लगा रखी हैं, ईटें गिरा रखी हैं।

आज उस परिवार ने यानी कुंती देवी ने अपने पति अशोक महतो व छोटी-छोटी बेटियों के साथ धनबाद के रणधीर वर्मा चौक पर आमरण-अनशन पर बैठ गई, वह भी इसलिए कम से कम इतना पर भी राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन व भाजपा के बड़े नेताओं यहां के पुलिस महानिदेशक को थोड़ा शर्म आये और उसे न्याय की प्राप्ति हो।

कमाल की बात हैं, जब राज्य मे रघुवर की सरकार थी, तब भी ढुलू महतो का आतंक इसी तरह चलता था, जब राज्य में सरकार बदली हेमन्त आये तब भी यहां ढुलू महतो का ही आतंक चलता हैं, इसका मतलब तो यही हुआ, सरकार किसी की भी हो, यहां का हर आलाधिकारी ढुलू के चरण-कमलों पर बलिहारी जाता हैं, भाजपा के सभी बडे नेता ढुलू की चरण-वंदना करते हैं, राज्य की वर्तमान सरकार भी ढुलू के आगे नतमस्तक होकर भजन गा रही हैं – मेरे तो भाजपा के ढुलू महतो, दूसरो न कोई।

जानिये, कुंती देवी का रामराज मंदिर, वहीं रामराज मंदिर जिसको ढूलू ने बनवाया हैं, जिसकी कीर्ति उसके लोग ढोल पीट-पीटकर करते हैं, उसी मंदिर के पास कुंती देवी की एक छोटी सी दुकान है, जिसमें कुंती देवी इडली, ढुस्का, घुघनी आदि बेचती थी, जिससे उसके पूरे परिवार का घर चलता था, आज उसी के दुकान के सामने जान-बूझकर ढुलू ने अपना टैंकर लगा दिया।

जब एसडीओ ने एक आदेश जारी किया कि कुंती देवी की दुकान को खुलवाने का प्रयास उस इलाके के थाना प्रभारी करें, तो फिर ढुलू महतो ने वहां ईंटे भी गिरवा दी और उस इलाके के थाना प्रभारी ने ढुलू महतो के नाम आते ही, अपना सारी कौशल ढुलू महतो के चरणों के आगे रख दिया, मतलब आप समझते रहिये.

अब सवाल उठता है कि क्या ढुलू महतो इतना बड़ा ताकतवर नेता है कि वो जो चाहे वो कर सकता हैं, उत्तर हैं – नहीं। दरअसल इस राज्य की सरकार और यहां के भ्रष्ट अधिकारियों ने ढुलू महतो को अपना भगवान स्वीकार कर लिया हैं, जिसका परिणाम हैं कि एक गरीब परिवार को धनबाद के रणधीर वर्मा चौक पर पूरे परिवार के साथ आमरण अनशन पर बैठना पड़ा, पर न तो यहां की सरकार को शर्म हैं, और न धनबाद के प्रशासन व पुलिस प्रशासन को।

राजनीतिक पंडितों की मानें, तो वे साफ कहते है कि आतंक किसी का हो, यह आतंक ज्यादा दिनों तक नहीं चलता, पर ढुलू का आतंक तो पिछले पन्द्रह सालों से लोग झेल रहे हैं, और ये कब तक लोग झेंलेंगे कहना मुश्किल है। अब देखना यह है कि कुंती देवी और उसका परिवार कितने दिनों तक इसके आतंक के आगे जीवित रहता हैं।