अपनी बात

रांची प्रेस क्लब ने जिसे एक साल के लिए प्रेस क्लब से निलंबित किया, उपायुक्त ने उसे माथे बिठा लिया

लोकसभा चुनाव में पेड न्यूज पर नजर रखने के लिए जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त राय महिमापत रे ने एक मीडिया सर्टिफिकेशन ऑफ मॉनिटरिंग कमेटी का गठन किया हैं। इस कमेटी में एक ऐसे व्यक्ति को भी रखा गया है, जो रांची प्रेस क्लब से एक साल के लिए निलंबित है। आश्चर्य की बात है कि ऐसे व्यक्ति जो, पत्रकारों की एक आदर्श संस्था रांची प्रेस क्लब से निलंबित हैं, उसे कमेटी में रख लिया गया, क्या रांची के उपायुक्त के पास, उसके जैसा कोई दुसरा व्यक्ति नहीं मिल रहा था या उसके प्रति उपायुक्त का अद्भुत अनुराग खींच लाया।

ये वही पत्रकार है जिसने 15 नवम्बर 2018 को झारखण्ड स्थापना दिवस के दिन, रांची के समस्त पत्रकारों के अनुरोध को ठुकराकर प्रशासनिक अधिकारियों के साथ क्रिकेट खेलने की धृष्टता की, जिसकी पत्रकारिता जगत में सर्वत्र आलोचना हुई थी, कहीं ऐसा तो नहीं कि रांची के उपायुक्त ने पत्रकारों रांची प्रेस क्लब के अनुरोध की अवहेलना करने तथा उपायुक्त के प्रति उक्त पत्रकार का उमड़ रहा प्रेम, उपायुक्त को ऐसा निर्णय लेने पर विवश कर दिया।

ऐसे भी श्रीरामचरितमानस के सुंदरकांड में एक चौपाई है सुनहू बिभीषण प्रभु कै रीती। करहिं सदा सेवक पर प्रीती।। अर्थात् हनुमान जी ने विभीषण जी से कहा हे विभीषण जी, सुनिये, प्रभु की यही रीति है कि  वे सेवक पर सदा ही प्रेम लुटाया करते हैं। ऐसे में जब भगवान राम ही अपने भक्तों सेवकों पर अद्भुत प्रेम लूटाते हैं, ये तो रांची के उपायुक्त ही हैं, इन्होंने अपने उक्त पत्रकार भक्त को मीडिया सर्टिफिकेशन ऑफ मॉनिटरिंग कमेटी में मेम्बर बना दिया तो क्या गलत किया?

अरे लोकसभा चुनाव क्या है? बस जैसे सारे काम होते हैं, वैसे ही एक काम है, जैसेतैसे पूरे कर देने हैं, उस कार्य के लिए कौन अच्छा होगा, और कौन बुरा, उससे क्या मतलब? मतलब तो सेवक के प्रेम से हैं, कौन सा सेवक हमारे लिए कितना अनुराग रखता है, धन्य है वो पत्रकार जो हमारे लिए अपनी बिरादरी से लड़ गया और प्रशासन की तरफ से क्रिकेट खेला, इसलिए कुछ नहीं देखूंगा, सिर्फ उक्त पत्रकार को ही देखुंगा और उसे वह सब कुछ दे दुंगा, जो वह मांगेगा, और रही बात ईमानदारी की, सत्यनिष्ठता की, उससे हमें क्या मतलब?

इधर इस संबंध में विद्रोही 24. कॉम से बातचीत करते हुए रांची प्रेस क्लब के अध्यक्ष राजेश कुमार सिंह ने कहा कि ये समाचार सुनकर खुद उन्हें भी आश्चर्य हो रहा है कि पेड न्यूज के लिए उपायुक्त द्वारा बनाई गयी कमेटी में ऐसे लोग रखे जा रहे हैं, जो रांची प्रेस क्लब से निलंबित हैं, आखिर रांची प्रेस क्लब द्वारा निलंबित एक व्यक्ति के प्रति उपायुक्त का इतना प्रेम क्य़ों छलक रहा हैं, ये उनके समझ से भी परे है।

One thought on “रांची प्रेस क्लब ने जिसे एक साल के लिए प्रेस क्लब से निलंबित किया, उपायुक्त ने उसे माथे बिठा लिया

  • राजेश कृष्ण

    बताइये मजाक बना दिया..कलमकार का दम संगठन बल की धत्ता उड़ा दी..दम हो तो इनकी छीलो

Comments are closed.