राहुल गांधी की रांची में आयोजित सभा की सफलता पर कांग्रेसियों ने कहा झारखण्ड में राहुल का जादू चल गया

झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया प्रभारी राजेश ठाकुर ने परिवर्तन उलगुलान रैली में भारी संख्या में भाग लेने के लिए झारखंड के कांग्रेस जनों एवं आम जनता को धन्यवाद देते हुए कहा कि झारखंड में राहुल गांधी का जादू चल गया है। राहुल गांधी जी जिस तरह से  लोगों के मन की बात कही और झारखंड में हो रहे जमीन छीनने के प्रयास, बेरोजगारी की बढ़ती समस्या, समाज में नफरत फैलाने एवं किसानों के ऊपर बढ़ते कर्ज के बोझ का जिक्र किया, उससे यह साफ हो गया कि राहुल गांधी ने झारखंड की समस्याओं को बहुत गंभीरता से लिया है।

राजेश ठाकुर ने कहा कि जैसे ही यूपीए की सरकार सत्ता में आयेगी, इन तमाम समस्याओं का निदान मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान की तर्ज पर, जैसे वहां किसानों का कर्ज़ माफी 10 दिनों के अंदर किया गया था, उसी तरह झारखंड के लोगों की समस्या का निदान 10 दिनों के अंदर कर दिया जाएगा। राहुल गांधी के आने से पूरे झारखंड  के कांग्रेस में नई ऊर्जा का संचार हुआ है और आम लोग कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को आशा भरी निगाहों से देख रहे है।

कार्यकर्ताओं की भागीदारी से परिवर्तन उलगुलान रैली सफल हुआ आम जनों की भागीदारी से यह साबित हो गया कि केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ जनता में आक्रोश और निराशा है। जनता ने रैली के माध्यम से यह संदेश देने का काम किया कि झारखंड की जनता परिवर्तन का उलगुलान करने के लिए तैयार है और आने वाले चुनाव में इस अंधीबहरी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए एकजुट है

श्री ठाकुर ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासन द्वारा दूसरे जिलों से रहे कार्यकर्ताओं को आने से रोका जा रहा था और काफी दूर कार्यकर्ताओं को बसों से उतार दिया गया, जिससे कार्यकर्ताओं को परेशानी का सामना भी करना पड़ा। साथ ही साथ कार्यकर्ताओं को मैदान के अंदर आने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। सुरक्षा के नाम पर पुलिस लोगों को परेशान करती रही, बावजूद लोग राहुल जी को सुनने के लिए संघर्ष करते रहे और अंततः बैरिकेड तोड़कर अंदर घुस गए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने आजादी की लड़ाई लड़ने के लिए सैकड़ों किलोमीटर पैदल चल कर अंग्रेजों को भगाने का काम किया था ऐसे में कांग्रेसजन थोड़ी देर के लिए परेशान हो सकते हैं, लेकिन परास्त नहीं। 

उन्होंने कहा कि ये कोई प्रधानमंत्री की रैली नहीं थी, जिसमें सरकारी संसाधनों  एवं सरकारी पैसों का दुरुपयोग किया गया था, बावजूद लाखों की भीड़ राहुल जी को सुनने आई। सरकार ने लोगों को रैली स्थल तक नहीं पहुंचने देने के लिए कई तरह के हथकंडे अपनाए किंतु सरकार असफल रही। काले जूते, काले रुमाल, काले पर्स, काली साड़ी के नाम पर लोगों को मैदान के अंदर नहीं आने दिया गया। उन्होंने कहा कि मीडिया गैलरी में  प्रशासन द्वारा  पानी भी नहीं ले जाने दिया गया, बावजूद भूखे प्यासे रहकर पत्रकार कार्यक्रम का कवरेज करते रहे।