पुलिस ने बताया रांची में हुए दुष्कर्म मामले में किसी भी ऑटोचालक का हाथ नहीं

अभी खूंटी के अड़की गैंग रेप का मामला ठंडा ही नहीं पड़ा कि एक नाबालिग आदिवासी बच्ची के साथ रांची में दुष्कर्म का मामला प्रकाश में आ गया। बताया जाता है कि रांची में कार्यरत एक टेंट की दुकान में काम करनेवाले एक शख्स ने एक रास्ता भटकी आदिवासी बच्ची के साथ रात भर दुष्कर्म करता रहा।

रांची के मांडर स्थित टांगरबसुली निवासी 14 वर्षीया नाबालिग आदिवासी बच्ची रांची के पत्थलकुदवा स्थित अपने रिश्तेदार के यहां जाने के लिए लोहरदगा ट्रेन से रांची पहुंची थी। ट्रेन से उतरने के बाद रास्ता भटक गई और वह इसी दौरान एक दुष्कर्म के आरोपी के फेर में फंस गई। दुष्कर्मी ने उसे अपने जाल में फंसाया तथा चर्च रोड एक दुकान में ले जाकर उसके साथ रात भर दुष्कर्म करता रहा।

दूसरी ओर आज सुबह से ही इस बात का रयूमर उठता रहा कि दुष्कर्म का आरोपी कोई ऑटोचालक है। ऑटोचालक संघ को जैसे ही इस बात का पता चला, वे सभी इस घटना की जांच में लग गये तथा पुलिस को इस बात की जानकारी दी, कि इस घटना में किसी भी ऑटोचालक का हाथ नहीं है, बाद में पुलिस ने भी इस बात को स्वीकार किया, कि इस दुष्कर्म मामले में ऑटोचालक नहीं, बल्कि टेंट की दुकान में काम करनेवाले एक शख्स का हाथ है, जिसे गिरफ्तार कर लिया गया है। इस प्रकार एक रयूमर जो सुबह से उठ रहा था, उस रयूमर का शाम में अंत हो गया।

इधर पुलिस ने यह भी बताया कि सुबह होते ही उस दुष्कर्म की शिकार बच्ची ने ही आरोपी के ही मोबाइल से अपने परिजनों को फोन कर घटनास्थल की जानकारी दी, जिस जानकारी के बाद बच्ची के परिजन घटनास्थल पर पहुंचे तथा बच्ची को लेकर लोअर बाजार थाना पहुंचे। उसके बाद पुलिस हरकत में आई और दुष्कर्म के आरोपी को अपने गिरफ्त में ले ली।

रांची में देर रात कल हुई यह दुष्कर्म की घटना, ये बताने के लिए काफी है कि हमारा समाज कितना नीचे गिरता चला जा रहा हैं। रास्ता भटकी आदिवासी नाबालिग बच्ची के साथ किया गया यह कुकृत्य शर्मनाक ही नहीं, हमारे समाज की वर्तमान मनोदशा को भी रेखांकित कर रहा हैं, अगर हम अब भी नहीं चेते, तो समझ लीजिये, समय और भयावह आनेवाला है।