लॉकडाउन उल्लंघन मामलें में 872 गिरफ्तारियों के साथ जमशेदपुर शीर्ष पर, 288 व 171 संख्याओं के साथ चाईबासा व रांची क्रमश: दूसरे व तीसरे स्थान पर

पूरे राज्य में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन को जमीनी स्तर पर सफल बनाने के लिए प्रयास जारी है। झारखण्ड पुलिस कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के उद्देश्य से लॉकडाउन को सख्ती से पालन कराने के लिए ऐसे लोगों पर दबाव बना रही हैं, जो कानून का उल्लंघन कर रहे हैं, जिसका परिणाम है कि अब तक पूरे राज्य में 4497 अभियुक्तों के खिलाफ अब तक 1046 कांड प्रतिवेदित किये जा चुके हैं, जबकि पूरे राज्य से अब तक 2129 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

आश्चर्य है कि अब तक झारखण्ड में सर्वाधिक गिरफ्तारी जमशेदपुर में हुई है, जहां इसकी संख्या 872 है, चाईबासा में 288 और राजधानी रांची में अब तक 171 लोग गिरफ्तार किये जा चुके हैं। इन गिरफ्तारियों और अभियुक्तों की बढ़ती संख्या का प्रभाव यह है कि अब आम लोग भी इस लॉकडाउन को लेकर धीरे-धीरे सजग हो रहे हैं। कल तक जो लोग लॉकडाउन को हवा में उड़ा रहे थे, अब घर में रहना ज्यादा जरुरी समझ रहे हैं।

राज्य के पुलिस महानिदेशक का कहना है कि लॉकडाउन को सफल बनाना झारखण्ड के प्रत्येक नागरिकों का पहला कर्तव्य होना चाहिए, क्योंकि इसकी भयावहता का आकलन कर पाना सामान्य व्यक्ति के वश की बात नहीं है, कई देश इस कोरोना संक्रमण से तबाह हो चुके हैं, भारत के कई राज्य इससे प्रभावित हो रहे हैं, ऐसे में झारखण्ड भी बुरी तरह प्रभावित हो जाये, तो ये बुद्धिमानी नहीं, इसलिए लॉकडाउन के महत्व को लोगों को समझना चाहिए, पुलिस उनके मदद के लिए ही काम कर रही है, उन्होंने कहा कि अभी भी वक्त है, लोग कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर सजग हो, तथा पुलिस को सहयोग करें, कानून का पालन करें।

पुलिस महानिदेशक के अनुसार लॉकडाउन उल्लंघन मामले में धनबाद से 123, बोकारो से 72, कोडरमा से 81, खूंटी से 74, गिरिडीह से 90 लोगों को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है, एमवी राव ने झारखण्ड की जनता से अनुरोध किया है कि वे कोरोना संक्रमण को लेकर सावधान रहे, घरों में रहे, सुरक्षित रहे, कानून का सम्मान करें।