अपनी बात

इधर PM की यात्रा और उधर शनिभक्तों पर आफत, शनिदेव की नाराजगी भारी पड़ सकती हैं BJP को

पांच जनवरी को शनिवार है, आम तौर पर जो शनिदेव को माननेवाले लोग हैं, इस दिन काला कपड़ा अथवा काले रंग से संबंधित कोई भी वस्तुओं का सर्वाधिक उपयोग करते हैं, उन्हें लगता है कि ऐसा करने से सूर्यपुत्र भगवान शनिदेव प्रसन्न रहते हैं और उनकी सारी समस्याओं का समाधान कर देते हैं, तथा भगवान शनिदेव की कृपा सदैव बनी रहती हैं, पर ये क्या?

पांच जनवरी को तो शनिवार हैं और इसी दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, झारखण्ड के पलामू में होंगे। खासकर हिन्दू जनता तो इस दिन भगवान शनिदेव को प्रसन्न करने में ज्यादा समय बिताती है, और इसी दिन पीएम मोदी का कार्यक्रम भी हैं और पीएम मोदी के कार्यक्रम को देखते हुए, एसपी पलामू ने सभी उपायुक्तों को हिदायत दे दी हैं कि वे सुनिश्चित करें कि कोई भी व्यक्ति काले रंग का कपड़ा पहनकर, यहां तक की काला जूता तक पहनकर कार्यक्रम स्थल तक न पहुंचे।

शायद पलामू एसपी को लगता है कि काले रंग के कपड़ें या काली वस्तूओं से पीएम मोदी के कार्यक्रम में खलल पड़ सकता हैं, इसलिए उन्होंने एक सर्कुलर ही जारी कर दिया, जो इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है, अब तो भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं तथा समर्थकों के लिए परीक्षा की भी घड़ी हैं कि वे असली भक्त किसके हैं? पीएम मोदी के या भगवान शनिदेव के? अगर पीएम मोदी के भक्त होंगे तो काले रंग के कपडें तथा काले वस्तुओं से दूरी बनायेंगे और अगर शनिदेव के असली भक्त होंगे तो पीएम मोदी के कार्यक्रम से दूरी बनायेंगे तथा भगवान शनिदेव को किसी भी हालत में नाराज नहीं करेंगे।

जानकार पंडितों का कहना है कि अब तो नेताओँ के आगमन और कार्यक्रम से धर्म तथा उनके पूजा-पाठ तक प्रभावित हो रहे हैं, भला काला रंग से इतना डर? हमारे शनिदेव तो काला रंग से नहीं डरते, डरने को तो राहु और केतु भी नहीं डरते, पर ये नेताओं को इतना डर क्यों सताने लगा?  समझ नहीं आ रहा।

जानकार पंडितों का कहना है कि अगर भाजपा वालों ने अपने आप में सुधार नहीं लाया तो भगवान शनिदेव की कुदृष्टि भाजपावालों के लिए भारी पड़ जायेगी, क्योंकि भगवान शनिदेव किसी भी हालत में अपने भक्तों का अपमान होता नहीं देख सकते, ऐसा होने पर कहीं 2019 में सचमुच भाजपा का सफाया न हो जाये, इसलिए भाजपावालों को इस पर पुनर्विचार करना चाहिए, क्योंकि अनदिना रहता तो चल जाता, यहां तो शनिवार का ही दिन है, जो भगवान शनिदेव को ही समर्पित है।

जानकार पंडित मानते हैं कि भगवान शनिदेव तुरंत न्याय करते हैं, वो न्याय के देवता है, उनको कोई नाराज नहीं कर सकता, पर देखने को आ रहा है कि भाजपा के लोग घमंड में हैं और भगवान शनिदेव को, उनके भक्तों को प्रताड़ित कर, उन्हें चुनौती देने में लगे हैं, इसलिए जितनी जल्दी अपने में सुधार लाएं, उतना ही अच्छा है, नहीं तो पांच जनवरी का दिन, उनके लिए शुभ नहीं हो सकता।

।।ऊं शं शनैश्चरायै नमः।।