CM रघुवर दास बताएं गरीब कल्याण कार्यक्रम सरकार का है या भाजपा का

मुख्यमंत्री रघुवर दास यह बताये कि रांची के हरमू मैदान में 16 सितम्बर को आयोजित होनेवाला गरीब कल्याण मेला राज्य सरकार आयोजित कर रही है, या यह कार्यक्रम भारतीय जनता पार्टी की ओर से आयोजित है, क्योंकि मुख्यमंत्री सचिवालय एवं निगरानी विभाग ने जो निमंत्रण पत्र बांटे है, उस निमंत्रण पत्र में मुख्य अतिथि के रुप में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का नाम तथा उनके चित्र अंकित है।

क्या सरकारी कार्यक्रम में किसी दल विशेष का अध्यक्ष मुख्य अतिथि के रुप में भाग ले सकता हैं। रघुवर सरकार के 1000 दिन आपके नाम के नाम से जो आयोजन हो रहा है, वह साफ बता रहा है कि राज्य सरकार सारे कायदे-कानूनों को ताक पर रखकर, अपने कार्यक्रमों में ऐसे-ऐसे लोगों को आमंत्रित कर रही है, जिन्हें बुलाना नैतिकता के आधार पर भी सही नहीं ठहराया जा सकता। आश्चर्य इस बात की है कि आखिर इस सरकारी कार्यक्रम में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने शामिल होने की अनुमति कैसे दे दी? जबकि यह कार्यक्रम पूर्णरुपेण राज्य सरकार का है और निमंत्रण पत्र छपवानेवाला विभाग मंत्रिमंडल सचिवालय है।

जिस प्रकार ये कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है, क्या मान लिया जाय कि अब भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का गुणगान राज्य का मंत्रिमंडल सचिवालय एव निगरानी विभाग ने उठा लिया। नाम गरीब कल्याण और देखा जाय तो जिस प्रकार से इस आयोजन में पैसे खर्च हो रहे हैं, वह सीधे अमीरों के कल्याण से जुड़ा हैं, जरा राज्य सरकार बता सकती है कि अमित शाह के इस कार्यक्रम में भाग लेने और ताम-झाम में कितनी राशि खर्च हुई और इससे किसको- किसको फायदा मिला। सच्चाई तो यह है कि इससे गरीबों को कम और गरीबों के नाम पर अमीरों पर ज्यादा राशि खर्च कर दी गई।

झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्या ने ठीक ही कहा कि भाजपा के अध्यक्ष के रुप में अमित शाह के कार्यक्रम का विरोध नहीं है, वह पार्टी के कार्यक्रम में शामिल हो, लेकिन वह सरकार के कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं, जबकि अभी तक उन्होंने सांसद के रुप में शपथ भी नहीं ली है। उनका यह कहना भी जायज है कि भाजपा अध्यक्ष के आगमन पर जनता के पैसे का जिस प्रकार दुरुपयोग हो रहा है, सरकार को इस खर्च को लेकर श्वेत पत्र जारी करना चाहिए।