गढ़वा ने अमित शाह को दिखाया ट्रेलर, BJP के लिए डगर आसान नहीं, कम भीड़ देख शाह हुए नाराज

झारखण्ड में प्रथम चरण के चुनाव प्रचार के अंतिम दिन गढ़वा पहुंचे, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को, गढ़वा की जनता ने दिल की धड़कन बढ़ा दी है, यानी गढ़वा की जनता ने उन्हें चुनाव के बाद होनेवाले परिणाम का एक झलक दिखला दिया, ऐसी ट्रेलर दिखाई कि बेचारे अमित शाह को यह बोलना पड़ गया, कि इतने लोगों से नहीं काम चलेगा, भला 15-20 हजार की भीड़ से भाजपा का विधायक बनेगा, एक-एक आदमी पचास-पचास को फोन करें और भाजपा को वोट देने को प्रेरित करें।

गढ़वा की सभा में पहुंची आशा के विपरीत कम भीड़ से नाराज अमित शाह ने कहा कि जनता याद रखें कि उनका एक-एक वोट नरेन्द्र मोदी को मिलनेवाला है, शायद उन्हें ऐहसास हो गया कि रघुवर के नाम पर जनता वोट देने से रही। यही नहीं इस घबराहट में एक-दो कदम वे और आगे चले गये, कहा कि आनेवाले समय में आजसू भी चुनाव के बाद उनकी पार्टी के साथ ही रहेगी।

जबकि राजनीतिक पंडित जानते है कि आजसू कभी किसी पार्टी के प्रति समर्पित नहीं रहा, वह ‘डगरा पर का बैगन’ की तरह जिधर देखा, उधर लूढ़क गया वाली राजनीति करता है, ऐसे में स्पष्ट है कि जिसकी ज्यादा सीट होगी, वह उस ओर लूढ़केगा, क्योंकि उसका भूत यानी अतीत यही रहा है।

लोगों का कहना है कि गढ़वा हाई स्कूल मैदान में आयोजित सभा में भीड़ इतनी कम थी कि उसे देख कोई भी राष्ट्रीय नेता नाराज हो ही जाता, इधर गढ़वा में अमित शाह की सभा में कम भीड़ पर राजनीतिक पंडितों ने भाजपा के लिए इसे संकट की घड़ी बता दिया है, लोग बताते है कि ऐसे भी गढ़वा में एक समुदाय राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास के बयानों से कुछ ज्यादा ही नाराज हैं, और उन्हें सबक सिखाने के लिए तैयार बैठा है। मौका आ भी चुका हैं, सभा में पहुंची भीड़, भाजपा की ओर लोगों की नकारात्मकता को प्रतिबिंबित कर रही हैं।

इधर इस खबर को रांची से प्रकाशित एक अखबार को छोड़कर, ज्यादातर भाजपा भक्त अखबारों ने अपने समाचार पत्र से इसे विलोपित करने का काम किया है, पर एक अखबार ने इसे प्रमुखता से छापकर भाजपा की नींद उड़ा दी हैं, अगर गढ़वा की हवा चारों ओर इसी प्रकार चल दी तो समझ लीजिये भाजपा गठबंधन ‘आउट’ और महागठबंधन ‘इन’,  क्योंकि अब समय कहा, कल प्रथम चरण के चुनाव का पहला मतदान होगा, और कल 13 सीटों पर होनेवाले मतदान से यह भी क्लियर हो जायेगा कि जनता क्या चाहती है?