अपनी बात

डुमरी विधानसभा के मतदाताओं से मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने की अपील, कहा हर काम छोड़कर मतदान को प्राथमिकता दें, खुलकर करें मतदान

कल यानि पांच सितम्बर को होने जा रहे डुमरी विधानसभा उपचुनाव को लेकर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार ने डुमरी विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं से अपील की है कि वे निर्भीक होकर और हर काम छोड़कर मतदान करने अवश्य जाएं। उन्होंने बताया कि इस उपचुनाव निर्वाचन क्षेत्र में मतदान को लेकर अवकाश घोषित किया गया है। उन्होंने निजी नियोक्ताओं से भी अपील करते हुए कहा है कि मतदान ही हमारे लोकतंत्र का आधार है इसलिए अपने शत-प्रतिशत कर्मियों को मतदान हेतु प्रेरित करें।

उन्होंने बताया कि गिरिडीह जिले की डुमरी विधानसभा सीट पर पांच सितंबर को होने वाले उपचुनाव को लेकर जिला प्रशासन भी अलर्ट है। उपचुनाव को लेकर जिला स्तर और राज्य स्तर पर तैयारियां पूरी कर ली गयीं है। उन्होंने बताया कि  मंगलवार सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक वोट डाले जाएंगे। इस विधानसभा क्षेत्र में दो लाख 98 हजार से अधिक मतदाता पंजीकृत हैं।

इन सभी मतदाताओं से उन्होंने अपील की कि वे बिना किसी भेदभाव , प्रलोभन व दबाव में आये अपने मताधिकार का प्रयोग करें। मतदान केंद्रों पर दृष्टिबाधित मतदाताओं की सुविधा के लिए ब्रेल लिपि में डमी बैलेट पेपर की विशेष व्यवस्था करवाई गई है। इसके अलावा पैर से दिव्यांग मतदाताओं के लिए पर्याप्त संख्या में व्हीलचेयर की व्यवस्था भी जिला प्रशासन ने करवाई है।

उन्होंने कहा कि सभी पोलिंग बूथों पर वेब कास्टिंग होगी। उन्होंने आगे बताया कि उपचुनाव शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से संपन्न हो इसे लेकर सेक्टर मजिस्ट्रेट, जोनल मजिस्ट्रेट भी सक्रिय होकर काम कर  रहे हैं। संवदेनशील मतदान केंद्रों पर माइक्रो ऑब्जर्वर की प्रतिनियुक्ति कराई गई है। 80 साल से अधिक उम्र और शारीरिक रूप से निःशक्त  मतदाताओं के लिए डाक मतपत्र से मतदान की व्यवस्था कराई गई है।

उन्होंने बताया कि सभी 373 मतदान केंद्रों पर सभी न्यूनतम जरुरी सुविधाएं भी सुनिश्चित करवायी गयी हैं। कुछ मतदान केंद्रों को आदर्श मतदान केंद्र के रूप में तैयार किया गया है। उन्होंने बताया कि पिछली बार 2019 के विधानसभा चुनाव में इस विधानसभा क्षेत्र में 69.75% मतदान प्रतिशत रहा था। किंतु उन्होंने डुमरी विस क्षेत्र के मतदाताओं से अपील की है कि वे मतदान कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता में रखते हुए मतदान करने जरूर जाएं, ताकि इस बार पहले की अपेक्षा बेहतर मतदान प्रतिशत देखने को मिले।