बिना ध्यान के ईश्वर को पाना संभव नहीं, इसलिए ध्यान को ही महत्वपूर्ण मानें – स्वामी गोकुलानन्द
28 अगस्त 2022, दिन रविवार, स्थान – ध्यान केन्द्र, योगदा सत्संग मठ, रांची। स्वामी गोकुलानन्द ध्यान केन्द्र में योगदा सत्संग
Read More28 अगस्त 2022, दिन रविवार, स्थान – ध्यान केन्द्र, योगदा सत्संग मठ, रांची। स्वामी गोकुलानन्द ध्यान केन्द्र में योगदा सत्संग
Read Moreकृष्ण जन्माष्टमी के पावन अवसर पर आइये, अपने हृदय के पालने में कृष्ण के जन्म को अनुभूत करें, कृष्ण चैतन्य
Read Moreमेरे प्यारे बच्चों, हमेशा की तरह आज भी मैं रांची के योगदा सत्संग मठ गया था। चूंकि तुम जानते हो
Read Moreसद्गुरु उस कुशल चित्रकार की तरह होता है जो आड़ी तिरछी रेखाएँ खींच, अंततः एक सुंदर आकृति गढ़ सबको चौंका
Read Moreऐसा कहा जाता है कि एक अवतार सर्वव्यापक ब्रह्म में निवास करता है। वह देश-काल के सातत्य से परे होता
Read Moreआज गुरु पूर्णिमा है। गुरु पूर्णिमा के सुअवसर पर हम सपरिवार रांची स्थित योगदा सत्संग मठ पहुंचे। ऐसे भी गुरु
Read Moreअनेक अद्वितीय पक्ष भारत की समृद्ध सांस्कृतिक परम्परा का उदाहरण प्रस्तुत करते हैं। अधिकांश अन्य सभ्यताएँ इन पक्षों से पूर्ण
Read Moreवर्तमान युग में आधुनिक संसार योग विज्ञान के लाभों को अधिकाधिक स्वीकार कर रहा है। प्रत्येक वर्ष 21 जून को
Read Moreभारत की भूमि पर अवतरित महान् गुरुओं की चर्चा हो तो स्वयं ही मस्तक श्रद्धा से झुक जाता है। स्वामी
Read Moreयोगदा सत्संग सोसाइटी ऑफ़ इण्डिया (वाईएसएस) भारत की सर्वोच्च आध्यात्मिक संस्थाओं में से एक है, जिसकी स्थापना, विश्वविख्यात पुस्तक योगी
Read More