अपनी बात

धनबाद में भाजपा का मिट्टी पलीद होना तय, जिला कार्यालय होने के बावजूद कर्मवीर ने विस्तारकों की बैठक आलीशान होटल में ली, विस्तारकों ने बूथ कमेटियों का सत्यापन तक नहीं किया

आज धनबाद में तीन लोकसभा और इन लोकसभाओं से संबंधित विधानसभाओं के विस्तारकों, प्रवासी कार्यकर्ताओं की विशेष बैठक थी। इस बैठक को लेने के लिए रांची से भाजपा के प्रदेश संगठन मंत्री कर्मवीर सिंह विशेष रुप से पहुंचे थे। लेकिन यह बैठक धनबाद स्थित भाजपा जिला कार्यालय में न होकर, धनबाद के बरवाअड्डा स्थित हाई-फाई थ्री स्टार होटल रेडिशन ब्लू में आयोजित थी। जहां प्रदेश संगठन मंत्री को किसी बात की कोई दिक्कत न हो, उनकी सेवा में कोई दिक्कत न हो, इसका विशेष ध्यान रखा गया था।

इस बैठक में धनबाद लोकसभा से इस बार भाग्य आजमाने के लिए तैयार व कर्मवीर सिंह तथा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के अतिप्रिय तथा झरिया निवासी लेकिन ज्यादातर रांची में निवास करनेवाले विस्तारक कार्य योजना के प्रदेश संयोजक सरोज सिंह भी उपस्थित थे। ये वहीं सरोज सिंह है, जिसने धनबाद का भाजपा जिलाध्यक्ष ऐसे व्यक्ति को बनवा दिया, जिसको लेकर पूरे धनबाद के भाजपा कार्यकर्ताओं व समर्पित तथा भाजपा के कट्टर समर्थकों में आक्रोश व्याप्त हैं, साथ ही कोई भी समर्पित कार्यकर्ता उसे अपना जिलाध्यक्ष मानने को अब तक तैयार नहीं हैं।

धनबाद के हमारे विश्वसनीय सूत्र का कहना है कि भाजपा कार्यकर्ताओं में आज की बैठक को लेकर इस बात को लेकर भी गुस्सा था कि जब धनबाद में भाजपा का अपना जिला कार्यालय जो हर प्रकार से सुव्यवस्थित है। वहां बैठक न कर, भाजपा के इन तथाकथित दिग्गजों ने बरवाअड्डा के आलीशान होटल में बैठक करने की क्यों ठानी? क्या आज के दिन भाजपा का जिला कार्यालय खाली नहीं था या स्वयं को आलीशान पार्टी का आलीशान नेता दिखाने का इरादा था।

हमारे विश्वसनीय सूत्र का ये भी कहना है कि यह बैठक धनबाद, गिरिडीह और कोडरमा के विस्तारकों की थी। लेकिन ये विस्तारक ऐसे निठल्ले साबित हुए, कि इन्होंने आज तक अपने-अपने इलाकों के बूथ कमेटियों का सत्यापन तक नहीं किया कि जो बूथ कमेटियां बनाई गई है, वो सही में अस्तित्व में हैं या सुनियोजित है या बेहतर ढंग से काम कर भी रही हैं?

धनबाद के एक भाजपा कार्यकर्ता ने विद्रोही24 को बताया कि पार्टी अब पहलीवाली पार्टी नहीं रही। हाई-फाई हो चली है। ऐसे में हाई-फाई पार्टीवाली लक्षण भी अब दिखने लगे हैं। अब इसके नेता भी हाई-फाई होकर, वो सब काम कर रहे है जो नहीं होना चाहिए और वे काम जो होने चाहिए, उसे ताखे पर ले जाकर रख दिया है।

सूत्र बताते है कि इन विस्तारकों को पार्टी की ओर से बाइक तक दिया गया है कि वे बूथों की सही स्थितियों का आकलन समय-समय पर करते रहे, पर ये विस्तारक और प्रवासी कार्यकर्ता ये काम न कर, अपनी-अपनी मस्ती मे पड़े है। संगठन मंत्री का काम सिर्फ धनबाद आना, मस्ती में रहना, इन निठल्ले विस्तारकों व प्रवासी कार्यकर्ताओं की बेकार की बातों को सुनना और चले जाना है।

राजनीतिक पंडितों की मानें, अब धनबाद में जब भी कभी चुनाव होगा तो यहां पार्टी नहीं दिखेगी। उसका मूल कारण सही जिलाध्यक्ष का नहीं होना, उस जिलाध्यक्ष पर दलितविरोधी होने का ठप्पा लगने के बावजूद प्रदेश के शीर्षस्थ नेताओं को उस पर ज्यादा विश्वास रखना, विस्तारकों और प्रवासी कार्यकर्ताओं का निष्क्रिय रहना तथा जिलास्तर के समर्पित भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं को नजरदांज करना है।

आज ही की बैठक में हालांकि बैठक विस्तारकों व प्रवासी कार्यकर्ताओं की ही थी, पर आम तौर पर देखा जाता है कि जब भी कोई प्रदेशस्तरीय नेता आता है तो वहां बड़ी संख्या में समर्पित नेता व कार्यकर्ता उपस्थित हो जाते हैं, लेकिन आज आलीशान होटल में बैठक के बावजूद पार्टी के समर्पित कार्यकर्ताओं की उपस्थिति नगण्य रही। अगर यही हाल रहा तो आनेवाले समय में भाजपा की यहां से मिट्टी पलीद होना तय है।