राजनीति

बाबूलाल का आरोप भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी व जनता के सवालों से भाग रही हेमन्त सरकार समय से पूर्व सदन को किया स्थगित, इस्तीफा दें हेमन्त

भाजपा नेता विधायक दल एवम राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने भाजपा प्रदेश कार्यालय में प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार के मुखिया हेमन्त सोरेन को तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए, क्योंकि यह सरकार भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी हुई है, यही नहीं ये तो अब जनता के सवालों से भी भाग रही हैं, अगर ये जनता के सवालों से नहीं भाग रही होती, तो सदन कल यानी पांच अगस्त तक चल रहा होता, पर इसने तो समय से पहले ही सदन को अनिश्चित काल के लिए स्थगित करवा दिया।

श्री मरांडी ने कहा कि सरकार विपक्ष ही नहीं, बल्कि सत्तापक्ष के विधायकों के सवालों का जवाब भी नही दे पा रही थी। सत्ता पक्ष के विधायकों ने भी लगातार सरकार को कटघरे में खड़ा किया। जनता के सवालों से सरकार पूरी तरह इस मानसून सत्र में डरी हुई नजर आई। उन्होंने कहा कि भाजपा के विधायक सदन में भ्रष्टाचार, अकाल-सुखाड़, युवाओं के रोजगार, विधि व्यवस्था, दारोगा की हत्या, गो-तस्करी, तुष्टिकरण, शिक्षा के इस्लामीकरण, उर्दू विद्यालय के नाम पर तुष्टिकरण, खनिज संसाधनों की लूट, बालू की लूट जैसे सभी जनमुद्दों पर सरकार से जवाब चाहते थे, लेकिन सरकार इन मुद्दों का सामना करने के बजाय भागने में ज्यादा दिमाग लगाई।

उन्होंने कहा कि भाजपा के चार विधायकों को असंवैधानिक तरीके से निलंबित किया गया जबकि उसमें एक सदस्य सदन में उपस्थित भी नही थे। उन्होंने कहा कि आज तो हद हो गई। विधानसभा अध्यक्ष ने पहले सदन को कुछ समय के लिए स्थगित किया और बाद में बिना कार्य मंत्रणा समिति की बैठक बुलाये मनमाने ढंग से अचानक सदन को एक दिन पूर्व ही अनिश्चित काल के लिये स्थगित कर दिया।

उन्होंने कहा कि सरकार के संसदीय कार्यमंत्री को बताना चाहिये था कि अब सरकार के पास कोई बिज़नेस नही बचा, जबकि सदन के कई विधायी कार्य अभी इस सत्रावधि के लिए पेंडिंग थे। उन्होंने कहा कि जिस बात का हवाला देकर अध्यक्ष ने सत्र स्थगित किया, वह भी लोकतांत्रिक प्रणाली में हास्यास्पद है। इसके पूर्व भी जनता के सवालों पर सदन में हंगामा होता रहा है। विपक्ष का फर्ज है जनसमस्याओं को लेकर सरकार को कटघरे में खड़ा करना। परंतु आज जिस तरह अलोकतांत्रिक तरीके से सदन को स्थगित किया गया, उससे स्पष्ट है कि सरकार निरुत्तर ही नही, भयभीत भी है।

श्री मरांडी ने कहा कि मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि जेल में हैं, प्रेस सलाहकार ईडी के दफ्तर में हैं। इसके पूर्व भ्रष्टाचार के मामले में वरिष्ठ आईएएस अधिकारी जेल में बंद है, मुख्यमंत्री मुंह नही खोल रहे। भ्रष्टाचार की पूरी कहानी में सब कुछ साफ-साफ है। इसलिये मुख्यमंत्री जवाब देने से भाग रहे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को अब इस्तीफा दे देना चाहिये। इस प्रेसवार्ता में पार्टी के विधायक एवम मुख्य सचेतक विरंची नारायण, विधायक अनंत ओझा, जेपी पटेल, रणधीर सिंह, नीरा यादव, राज सिन्हा, मनीष जायसवाल, केदार हाजरा एवम पार्टी के प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी भी उपस्थित थे।