बधाई हो, पहले तो अधिकारी, पत्रकारों के भैया और चाचा हुआ करते थे, अब जीजा जी भी हो गये
कल जैसे ही मुझे एक ऑडियो मिला, मेरा दिमाग ही घुम गया। मेरे मन में ख्याल आ गया और मेरे मन ने कहा कि “रांची में बहुत सारे अधिकारी कई पत्रकारों के भैया और चाचा हैं, पर जीजा जी भी है, ऐसा मुझे आज सुनने को मिला।” फिर जल्द ही एक और बात आ गई “शर्म करो, रांची के धंधेबाज पत्रकार। पत्रकार – जीजा जी (जो अधिकारी है), हम कोरेन्टाइन में है, हमें कुछ नहीं पता, रुकिये हम आपका न्यूज़ रुकवाते है।” और मैंने इसे सोशल साइट पर डाल दिया।
Read More