अधिवक्ता ज्योति आनन्द ने मुखर संवाद के संपादक अशोक गोप के खिलाफ साइबर थाना में कराई शिकायत दर्ज
रांची व्यवहार न्यायालय की सुप्रसिद्ध अधिवक्ता ज्योति आनन्द ने मुखर संवाद के संपादक अशोक गोप के खिलाफ रांची के साइबर थाने में एक शिकायत दर्ज करवाई है, जिसे साइबर थाना ने स्वीकृत भी कर लिया है। ज्योति आनन्द ने साइबर थाना के थाना प्रभारी को लिखे शिकायत में अशोक गोप के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग की है।
अधिवक्ता ज्योति आनन्द ने अपने शिकायत पत्र में लिखा है कि अशोक गोप नामक व्यक्ति ने अपने सोशल साइट फेसबुक पर एक शर्मनाक एवं आपत्तिजनक पोस्ट किया है। जिसके अवलोकन से साफ प्रतीत होता है कि जान बूझकर और दुर्भावना पूर्वक ब्राह्मण जाति के साथ-साथ हिन्दू धार्मिक विश्वासों का अपमान करते हुए धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने एवं ब्राह्मण जाति की महिलाओं के साथ-साथ सामूहिक रूप से ब्राह्मण जाति के प्रति जातीय शत्रुता को बढ़ावा देने तथा सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने के लिए प्रतिकूल कार्य किया गया है, ताकि ब्राह्मण जाति के प्रति भिन्न-भिन्न समूहों के बीच नफरत एवं दुश्मनी पैदा हो सके।
उपर्युक्त अंकित तथ्यों से यह भी स्पष्ट है कि उपर्युक्त अंकित अभियुक्त द्वारा सार्वजनिक रूप से विभिन्न समूहों के बीच ब्राह्मण महिलाओं के प्रति शत्रुता, घृणा एवं दुर्भावना पैदा किये जाने के उद्देश्य से ही सारा कृत्य किया गया है, ताकि राष्ट्र की सुरक्षा, अखण्डता, संप्रभुता एवं सार्वजनिक व्यवस्था को खतरा में डाला जा सके। जो कि भारतीय न्याय संहिता की धारा 196, 298, 353 साथ ही साथ अन्य धाराओं जैसे धारा 66 (एफ) आईटी एक्ट के तहत संज्ञेय अपराध है।
ज्योति आनन्द ने थाना प्रभारी से अनुरोध किया है कि अशोक गोप के खिलाफ उचित कानूनी कार्यवाही की जाये। ज्योति आनन्द ने अपने शिकायत पत्र के साथ अशोक गोप के फेसबुक एकाउन्ट का डिटेल्स व सोशल मीडिया में अशोक गोप द्वारा किये गये पोस्ट की छायाप्रति भी संलग्न कर थाना प्रभारी को दिया है।
इधर अशोक गोप के खिलाफ रांची के साइबर थाना में की गई शिकायत का समाचार जंगल में आग की तरह फैल गया है। पत्रकारिता जगत में खुलकर अशोक गोप के इस कार्य की आलोचना हो रही है और इसे शर्मनाक बताया जा रहा है। रांची प्रेस क्लब से जुड़े कई पत्रकारों ने भी अशोक गोप के इस कार्य पर तीखी टिप्पणी व्यक्त की है और इसे समाज के लिए शर्मनाक बताया है।