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RU का कमाल, परीक्षा मैनेजरियल इकोनामिक्स का और बांट दिया गया एकाउंट का प्रश्न पत्र

रांची विश्वविद्यालय के अंतर्गत आनेवाली निर्मला कॉलेज डोरंडा में उस वक्त अजीबोगरीब स्थिति उत्पन्न हो गई, जब यहां परीक्षा दे रहे एम. कॉम के छात्र-छात्राओं को परीक्षा देना था मैनेजरियल इकोनामिक्स का और उन्हें एकाउंट का प्रश्न पत्र थमा दिया गया। परीक्षा दे रहे छात्र इस अजीबोगरीब स्थिति पर भौचक्के रह गये, यानी वो लोकोक्ति चरितार्थ हो रही थी आए थे हरिभजन को ओटन लगे कपास। छात्र-छात्रा मैनेजरियल इकोनामिक्स की परीक्षा देने के लिए जुटे थे और एकाउंट का प्रश्न उन्हें थमा दिया गया था।

बताया जाता है कि जैसे ही इसकी भनक रांची विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक को मिली, वे संबंधित कॉलेज पहुंचे और आज की परीक्षा को रद्द कर दिया। अब ये परीक्षा बाद में ली जायेगी। निर्मला कॉलेज में फिलहाल योगदा संत्संग कॉलेज के छात्र-छात्रा परीक्षा दे रहे है। इधर परीक्षा में शामिल छात्र-छात्राओं का कहना था कि इस प्रकार की व्यवस्था से साफ पता लगता है कि यहां परीक्षा को किस ढंग से लिया जा रहा है और परीक्षा को संपन्न कराने को लेकर रांची विश्वविद्यालय कितना संवेदनशील है?

जब विद्रोही 24.कॉम ने इस संबंध में रांची विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक से बात करनी चाही तो वे मोबाइल पर उपलब्ध नहीं थे, जबकि रांची विश्वविद्यालय के कुलपति रमेश कुमार पांडेय का कहना था कि इसके लिए न तो कुलपति दोषी है और न ही परीक्षा नियंत्रक। हां इस बात की जैसे ही उन्हें जानकारी मिली थी, तब उन्होंने परीक्षा नियंत्रक को निर्मला कॉलेज भेजा था, तथा इस संबंध में जानकारी लेने और विशेष व्यवस्था करने की जिम्मेवारी दी थी। फिलहाल आज की परीक्षा स्थगित कर दी गई है, इसे बाद में ली जायेगी। रांची विश्वविद्यालय के कुलपति ने यह भी कहा कि अब तो प्रश्न पत्र सेट करने से लेकर उसे मॉडरेट करने तथा सीधे प्रेस से केन्द्र तक भेजने की सीधी व्यवस्था कर दी जा चुकी है, ऐसे में रांची विश्वविद्यालय के कुलपति और परीक्षा नियंत्रक की गलती कहां से हो गई? आश्चर्य यह रहा कि विद्रोही 24.कॉम ने रांची विश्वविद्यालय के कुलपति से सीधे यह सवाल किया था कि इस गड़बड़ी के बारे में आप क्या कहेंगे? पर वे इस प्रश्न का सीधा न जवाब देकर कहा कि उनका विश्वविद्यालय बहुत सारी परीक्षाएं कंडक्ट करता है, ऐसे में ऐसी छोटी-छोटी गड़बड़ियां कोई मायने नहीं रखती, इसकी परीक्षा जल्द आयोजित करा दी जायेगी।

दूसरी ओर शिक्षा जगत से जुड़े लोगों ने रांची विश्वविद्यालय के इस हरकत की कड़ी आलोचना की है, उनका कहना है कि छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ करने का किसी को हक नहीं, गड़बड़ियां हुई है तो इस गलती को लोग स्वीकार करें तथा जो दोषी है, उन्हें दंडित करें ताकि दुबारा ऐसी गलती न हो। लोगों का कहना था कि ये गड़बड़ी बताता है कि इसके लिए परीक्षा नियंत्रक दोषी है और दोषी कुलपति भी है, क्योंकि रांची विश्वविद्यालय के अंतर्गत यह परीक्षा आयोजित हो रही है, न कि अन्य विश्वविदयालय अथवा संस्थान के द्वारा, इसलिए रांची विश्वविद्यालय के अंतर्गत किसी भी कॉलेज में परीक्षा या अन्य विषयों को लेकर कहीं भी गड़बड़ी दिखती है तो इसके लिए कही न कहीं दोषी वे सब है, जिन्हें परीक्षा को ठीक ढंग से संपन्न कराने की जिम्मेवारी दी गई है।