भारतीय सेना की एक महिला अधिकारी के खिलाफ अपमानजनक बयान देनेवाले मध्य प्रदेश के मंत्री विजय शाह को देश एक मिनट भी बर्दाश्त करने की स्थिति में नहीं, राष्ट्रपति शीघ्र उनके खिलाफ कार्रवाई करें : सुप्रियो
झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के केन्द्रीय महासचिव व प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने आज रांची में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति से आग्रह किया कि आपके दस्ते के उपर व भारतीय लोकतंत्र के उपर जो हमला हुआ है। आप इसको देखते हुए कार्रवाई करें, क्योंकि मध्य प्रदेश के मंत्री विजय शाह को यह देश एक मिनट भी बर्दाश्त करने की स्थिति में नहीं हैं।
सुप्रियो ने कहा कि इस देश के संविधान निर्माताओं ने भारतीय सेना की भी परिकल्पना की थी। जो देश की सुरक्षा, एकता व अखंडता को अक्षुण्ण रखन के लिए प्राणों की आहूति देने से भी नहीं हिचके। हमारी सेना ऐसा करती भी है। वो अपने पराक्रम से देश को कई बार अक्षुण्ण रखने का काम किया। देश में जब प्राकृतिक आपदाएं आई तो उस वक्त भी उन्होंने अपनी श्रेष्ठता का प्रदर्शन किया।
उन्होंने कहा कि ऐसा करते वक्त वे कभी सड़कों पर रहे, सीने पर हथियार रखकर चलें तो कभी शरीर पर तिरंगा लपेटकर हमें शांति से अपने घर पर सोने का मार्ग प्रशस्त किया। उस भारतीय सेना को भी भाजपावालों ने नहीं छोड़ा। उनके मनोबल को तोड़ने का काम किया। उनके विरुद्ध अमर्यादित, जघन्य शब्दों का प्रयोग किया। जो उनकी मानसिकता को दिखाती है।
उन्होंने कहा कि केन्द्रीय नेतृत्व से लेकर प्रदेश नेतृत्व तक ने ऐसे लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। बल्कि उनका संरक्षण किया। उनका मनोबल बढ़ाया। मध्यप्रदेश के मंत्री विजय शाह ने जिस प्रकार से भारतीय सेना की एक महिला अधिकारी को लेकर जो बयान दिया। वो अक्षम्य है। सर्वोच्च न्यायालय, उच्च न्यायालय ने भी मंत्री के बयान पर अपना आक्रोश जताया है और मंत्री के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने को कहा है।
सुप्रियो ने कहा कि आश्चर्य है कि इंदौर के एक थाने में मंत्री के खिलाफ 14 मई को प्राथमिकी दर्ज कर ली गई। आज 16 मई है। न तो मंत्री के खिलाफ कोई कार्रवाई हुई और न ही उन्हें मंत्री पद से बर्खास्त ही किया गया है। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय टेनी के बेटे ने सरेआम किसानों पर जीप चढ़ा दिया था। उसके खिलाफ भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। भाजपा नेता ब्रज भूषण सिंह जिन्होंने महिला पहलवानों के साथ अत्याचार किया। उलटे उनके बेटे को सांसद बना दिया गया।
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव जैसे लगता है कि बिना रीढ़ की हड्डी के मुख्यमंत्री है। उन्होंने उक्त मंत्री को बर्खास्त तक नहीं किया। ये कौन शाह है? जिससे कानून डरता है। भाजपा कोई कार्रवाई तक नहीं करती। प्रधानमंत्री भारतीय सेना को सेल्यूट करते हैं। भाजपा के लोग तिरंगा यात्रा निकालने की नौटंकी करते हैं और विजय शाह जैसे लोग भारतीय सेना को अपमानित करने का काम करते हैं।
उन्होंने कहा कि 1971 में पाकिस्तान को दो टूकड़े किया गया था। इस बार तीन टूकड़ें करने का मौका था। बलोचिस्तान अलग करने को था। पीओके को अपने में मिलाना था तथा बाकी बचे को धकिया देना था। लेकिन ये कर नहीं सके। भारतीय सेना के पराक्रम पर विराम लगवा दिया। आखिर भाजपा कर क्या रही है?