हमें महापुरुषों का सम्मान करना भाजपा से सीखने की जरूरत नहीं : विनोद पांडेय
झामुमो महासचिव सह प्रवक्ता विनोद कुमार पांडेय ने कहा है कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक संवेदनशील विषय को लेकर भाजपा सस्ती राजनीति कर रही है और शहीदों एवं महापुरुषों के नाम पर झूठा और भ्रामक प्रचार कर रही है। हमें महापुरुषों का सम्मान करना कम से कम भाजपा से सीखने की जरूरत नहीं है।
कोलियरी मजदूर यूनियन के महाधिवेशन में किसी भी महापुरुष का किसी भी प्रकार से अपमान नहीं किया गया। भगवान बिरसा मुंडा, बाबासाहेब अंबेडकर, सिद्धू-कान्हू सहित तमाम महापुरुषों की तस्वीरों को श्रद्धा के साथ मंच पर प्रदर्शित किया गया था। यह तस्वीरें मंच की शोभा थीं, और इन्हें सम्मानपूर्वक लगाया गया था।
भाजपा नेताओं द्वारा फैलाया गया यह आरोप न केवल झूठा है, बल्कि झारखंड की जनता को गुमराह करने की एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा है। झामुमो इन महापुरुषों की विचारधारा पर चलता है और उनके बलिदानों को अपना मार्गदर्शक मानता है। हमारा पूरा संघर्ष ही उनके सिद्धांतों पर आधारित है।
उन्होंने कहा कि वे भाजपा नेताओं से पूछना चाहते हैं कि आदिवासी अधिकारों को कुचलने वाले उनके नीति-निर्माता किस मुंह से भगवान बिरसा मुंडा और बाबासाहेब का नाम लेते हैं? असल अपमान तो तब होता है जब संविधान और सामाजिक न्याय की भावना को बार-बार कुचला जाता है।
विनोद पांडेय ने कहा कि वे भाजपा से आग्रह करते हैं कि वो झूठ फैलाने से पहले तथ्यों की जांच कर लें। झारखंड मुक्ति मोर्चा अपने शहीदों और महापुरुषों के सम्मान के लिए प्रतिबद्ध है और रहेगा। भाजपा की ओछी राजनीति झारखंड की जनता समझ चुकी है और उचित समय आने पर भाजपा को पहले की तरह माकूल ज़वाब देगी।