ये हैं इन संगठनों का चाल-चरित्र, चूंकि जलकर मरनेवाला और जलाकर मारनेवाला दोनों एक ही समुदाय के थे, इसलिए सारे वामपंथी-मानवाधिकार संगठनों व एक खासग्रुप के मीडिया समूहों ने आंदोलन करना तो दूर, सीधे चुप्पी साध ली
क्योंकि तृणमूल कांग्रेस-ममता बनर्जी द्वारा शासित बंगाल के वीरभूम में हुए मॉब लिंचिंग में जलकर मरनेवाला भी मुसलमान था, उन्हें
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