राजनीति

सरयू राय ने कहा अगर बोकारो थर्मल पावर प्लांट प्रदूषण नहीं रोका, तो वे इस मामले को एनजीटी के समक्ष उठायेंगे, बोकारो डीसी पावर प्लांट पर अर्थदण्ड लगाये तथा अपराधिक मुकदमा दायर करें

सरयू राय का कहना है कि बोकारो थर्मल पावर स्टेशन पुनः दामोदर नदी को प्रदूषित कर रहा है। कोनार और दामोदर नदी के संगम पर स्थित इसके पावर प्लांट से निकलनेवाले राख और छाई ऐश पौण्ड में जाने के बदले सीधे कोनार नदी में गिराई जा रही है, जिससे दामोदर नदी का भारी मात्रा में प्रदूषण हो रहा है। बोकारो थर्मल के जागरूक नागरिकों ने उन्हें इसका विडियो और फोटो भेजा है, जो परेशान करने वाला है।

सरयू राय ने कहा कि मामले की सूचना बोकारो के उपायुक्त को दिया है और बोकारो थर्मल पावर प्लांट के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। चूंकि जिला के उपायुक्त जिला पर्यावरण समिति के अध्यक्ष होते हैं और जल प्रदूषण अधिनियम के अंतर्गत प्रदूषण फैलाने वाले पर उन्हें कार्रवाई करने का व्यापक अधिकार है। दूरभाष पर हुए वार्ता में बोकारो के उपायुक्त ने उन्हें बताया कि उन्होंने इस बारे में कार्रवाई आरंभ करने के लिए बेरमो के अनुमंडल पदाधिकारी को निर्देश दे दिया है और बोकारो थर्मल पावर प्लांट को भी चेतावनी देते हुए कहा है कि वे दामोदर नदी का प्रदूषण रोके।

उन्होंने जानकारी दी कि वर्ष 2004 में जब उन्होंने दामोदर बचाओ आंदोलन आरंभ किया था तो उस समय कोनार और दामोदर को प्रदूषित करने वाले औद्योगिक संस्थानों में सबसे बड़ी भूमिका बोकारो थर्मल पावर प्लांट की थी। उस समय पावर प्लांट की राख, छाई, तेल सीधे कोनार के माध्यम से दामोदर में पावर प्लांट डालता था। काफी दबाव देने के बाद उन्होंने अपना अलग ऐश पौण्ड बनाया। तब से बोकारो थर्मल पावर प्लांट से दामोदर नदी का प्रदूषण शून्य हो गया था। दुखद आश्चर्य है कि उन्होंने फिर से प्रदूषण फैलाने के पुराने तरीकों को अपनाया है।

श्री राय ने बताया कि गत वर्ष बोकारो थर्मल के ऐश पौण्ड की दीवार टूट जाने के कारण पावर प्लांट का राख, छाई आदि सीधे कोनार-दामोदर में जाने लगा। उन्होंने स्थल निरीक्षण कर यह मामला उठाया तो डीवीसी मुख्यालय से जाँच टीम आई। उन्होंने आश्वासन दिया कि भविष्य में दामोदर को प्रदूषित करने वाली कोई गतिविधि बोकारो थर्मल पावर प्लांट नहीं करेगा। आश्चर्य है कि आश्वासन के बावजूद विगत दो दिन से बोकारो थर्मल पावर प्लांट तेज गति से कोनार और दामोदर को प्रदूषित कर रहा है।

उन्होंने बोकारो थर्मल प्रबंधन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि बोकारो थर्मल पावर प्लांट का प्रदूषण नहीं रूकता है तो इस मामले को एनजीटी के समक्ष उठाया जाएगा। साथ ही विश्वास जताया कि बोकारो के उपायुक्त सख्त कार्रवाई करेंगे और पावर प्लांट के प्रबंधन पर अर्थदण्ड लगाऐंगे तथा उसके उपर आपराधिक मुकदमा दायर करेंगे।

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