संघ के स्वयंसेवकों ने पूरे रांची-जमशेदपुर में धूमधाम से मनाया अपना शताब्दी वर्ष, लोगों को दिलाया विश्वास, कहा यह केवल संघ का नहीं, बल्कि पूरे हिंदू समाज का शताब्दी वर्ष है
आज पूरे देश में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ अपना शताब्दी वर्ष मना रहा है। देश के सारे स्वयंसेवकों के लिए आज का दिन काफी महत्वपूर्ण हैं। कारण स्पष्ट हैं कि अपने जन्मकाल से कई संघर्षों को झेलते हुए राष्ट्र की सेवा करते हुए संघ ने अपने 100 वर्ष पूरे किये है। इन 100 वर्षों में संघ के स्वयंसेवकों ने कई उपलब्धियां हासिल की है।
दो स्वयंसेवक तो भारत के प्रधानमंत्री पद तक पहुंच गये। इससे बड़ी उपलब्धि और क्या हो सकती है और दोनों ने भारत के मान-सम्मान को बढ़ाने में, भारत को सशक्त बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। आज तो स्थिति यह कि कोई ऐसा क्षेत्र हैं, जहां स्वयंसेवक मौजूद नहीं हैं। देश में कही भी प्राकृतिक आपदा आये या देश संकट से गुजरे। भले ही कोई पहुंचे या न पहुंचे।
संघ के स्वयंसेवक वहां बिना किसी स्वार्थ के पहुंच कर सेवा में जुट जाते हैं। इनका तो लक्ष्य ही एक है – तेरा वैभव अमर रहे मां, हम दिन चार रहे ना रहे। संघ के इस महत्वपूर्ण वर्ष और संघ के स्वयंसेवकों की उत्साह आज पूरे राजधानी में देखते बनी। राजधानी रांची के कई कोनों में संघ के स्वयंसेवकों ने उपस्थिति दर्ज कराई और लोगों को अपनी ओर आकृष्ट किया। कई जगहों पर पथ संचलन का आयोजन हुआ। इन पथ संचलन के दौरान कई जगहों पर नगरवासियों ने पुष्पवृष्टि भी की। आइये देखते हैं कि रांची के किन-किन जगहों पर कैसे स्वयंसेवकों ने संघ का शताब्दी वर्ष मनाया।
टाटीसिलवे में …
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, रांची महानगर (आरा बस्ती – विक्रमादित्य नगर) द्वारा संघ के शताब्दी वर्ष के अवसर पर विजयदशमी उत्सव का आयोजन सरला बिरला विश्वविद्यालय परिसर, टाटीसिलवे में किया गया। इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में संघ के विभाग प्रचारक मंटू जी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में नगर संघ चालक शंकर प्रसाद साहू भी कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित रहे।
अपने उद्बोधन में मंटू जी ने कहा कि संघ की यात्रा चार अवस्थाओं उपेक्षा, विरोध, सहयोग तथा अब सहभाग से गुजरकर शताब्दी वर्ष में प्रवेश कर चुकी है। यह सहभाग अब समाज के व्यापक स्तर पर सकारात्मक परिवर्तन लाएगा। उन्होंने बताया कि आगामी 15-20 वर्षों तक संघ पांच प्रमुख विषयों पर विशेष कार्य करेगा: 1. सामाजिक समरसता, 2. कुटुंब प्रबोधन, 3. स्व (आत्मनिर्भरता, स्वदेशी सोच), 4. पर्यावरण संरक्षण एवं 5. नागरिक कर्तव्यों की जागरूकता। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्वयंसेवकों, समाज के प्रबुद्ध जनों और क्षेत्रीय नागरिकों की उपस्थिति रही।
वीर कुंवर सिंह बस्ती माधव नगर में …
वीर कुंवर सिंह बस्ती, माधव नगर, रांची में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा विजयदशमी उत्सव मनाया गया। इस अवसर पर समाज के प्रबुद्ध जन उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता बस्ती प्रमुख राज कुमार जी ने की एवं बौद्धिक स्निग्ध जी ने लिया। अपने उद्बोधन में उन्होंने संघ की स्थापना से लेकर अब तक की यात्रा में समाज के सहयोग, स्वयंसेवकों के त्याग और बलिदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने संघ स्थापना दिवस के साथ-साथ महात्मा गांधी की जयंती, लाल बहादुर शास्त्री की जयंती तथा हिन्द की चादर कहे जाने वाले गुरु तेग बहादुर जी की 350वीं पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए।
संघ के पंच परिवर्तन पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि संघ शताब्दी वर्ष से लेकर अगले 15-20 वर्षों तक परिवार, समाज, शिक्षा, आर्थिक और सांस्कृतिक परिवर्तन के संकल्प पर सतत कार्य करेगा। इससे सामाजिक चेतना जाग्रत होगी और संघ तथा समाज का एकीकरण होकर भारत अपने परम गौरव को प्राप्त कर सकेगा
शास्त्री मैदान चुटिया में …
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, राँची महानगर के श्रीराम नगर द्वारा संघ के शताब्दी वर्ष के अवसर पर विजयदशमी उत्सव का आयोजन शास्त्री मैदान, चुटिया में किया गया। मुख्य वक्ता नगर के पूर्व संघ चालक गिरधारी महतो जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि संघ की यात्रा प्रभु श्रीराम के वनवास की तरह रही, जैसे राम ने वनवासियों को साथ लेकर लंका विजय प्राप्त की, वैसे ही संघ ने समाज को साथ लेकर सनातन संस्कृति और हिन्दू समाज को अपना आधार माना है। उन्होंने कहा कि शताब्दी वर्ष में यह सहभाग समाज में व्यापक सकारात्मक परिवर्तन का मार्ग प्रशस्त करेगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता नगर संघ चालक रामलखन जी ने की। बड़ी संख्या में स्वयंसेवक, प्रबुद्धजन और क्षेत्रीय नागरिक उपस्थित रहे
टीपूदाना में …
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का विजयादशमी उत्सव एवं संयुक्त संचलन कार्यक्रम बुधवार को टीपू दाना बस्ती में संपन्न हुआ। इसमें बसारगढ़ बस्ती और औद्योगिक क्षेत्र बस्ती के स्वयंसेवक भी शामिल हुए। कुल 65 स्वयंसेवकों ने भाग लिया, जिनमें 55 गणवेशधारी, 57 पुरुष और 08 बालक उपस्थित रहे। कार्यक्रम के बौद्धिक में प्रमोद कुमार सिंह ने संघ की 100 वर्षों की गौरवशाली यात्रा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संघ ने सेवा, संगठन और संस्कारों के माध्यम से राष्ट्र जीवन को दिशा दी है। उन्होंने संघ के “पंच परिवर्तन” – परिवार, समाज, शिक्षा, आर्थिक और सांस्कृतिक परिवर्तन – को समय की आवश्यकता बताते हुए कहा कि ये संकल्प आने वाले भारत का मार्गदर्शन करेंगे
ओसीसी पूजा समिति परिसर में …
विजयदशमी उत्सव का आयोजन आज ओसीसी पूजा समिति परिसर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जितेन्द्र भदानी जी ने की और बौद्धिक का वाचन विशाल जी ने किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि संघ का शताब्दी वर्ष केवल एक संगठन की यात्रा नहीं बल्कि समाज के संस्कार, सेवा और संगठन की गाथा है। पिछले सौ वर्षों में संघ ने समाज के हर वर्ग को जोड़ते हुए आत्मीयता और समरसता का वातावरण बनाया है।
उन्होंने कहा कि संघ आज पंच परिवर्तन – परिवार, समाज, शिक्षा, आर्थिक और सांस्कृतिक क्षेत्र – में गहराई से कार्य कर रहा है। आने वाले वर्षों में यह संकल्प समाज को नई चेतना देगा और राष्ट्र को उसके परम गौरव तक पहुँचाएगा। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्वयंसेवकों एवं समाजबंधुओं की उपस्थिति रही।
कपिल देव मैदान, हरमू में …
संघ का विजयदशमी उत्सव आज विशेष उत्साह के साथ सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में प्रफुल अकांत जी, क्षेत्र मंत्री वनवासी कल्याण आश्रम, कार्यक्रम में विचार रखते हुए संघ की 100 वर्षों की यात्रा को विशेष रूप से रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि संघ की यात्रा तप, त्याग और समर्पण की यात्रा है, जिसने समाज को संगठित करने की शक्ति दी है। संघ केवल संगठन नहीं, बल्कि संस्कृति का जीवंत प्रवाह है।
अपने विचारों में उन्होंने पंच परिवर्तन पर विशेष बल दिया – परिवार में संस्कार, समाज में समरसता, शिक्षा में भारतीयता, अर्थव्यवस्था में स्वावलंबन और संस्कृति में संरक्षण। उनका कहना था कि इन परिवर्तनों के माध्यम से संघ आने वाले 15–20 वर्षों में समाज के साथ एकात्म भाव को और गहरा करेगा। कार्यक्रम में स्वयंसेवक, प्रबुद्धजन और बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक सम्मिलित हुए।
विश्वकर्मा नगर में …
विजयादशमी से पूर्व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में आज 2 अक्टूबर को सायं पथ संचलन का आयोजन किया गया, मशालों और घोष की गूंज के साथ पूर्ण गणवेश में अनुशासित पंक्तियों में बढ़ते स्वयंसेवकों ने पूरे शहर में एकात्मभाव और संगठन का संदेश दिया। पथ संचलन कमड़े आश्रम से निकल कर राँची-डाल्टेनगंज मुख्य मार्ग होते हुए पंडरा कृषि बाजार से वापस होकर अपने निर्धारित स्थान कमड़े आश्रम में आकर समाप्त हुआ। भारी बारिश में भी पाँच किलोमीटर लंबे मार्ग से होते हुए पथ संचलन सम्पन्न हुआ।
नगर वासियों ने जगह-जगह पुष्पवर्षा कर ‘भारत माता की जय’, वंदे मातरम् बोलकर स्वयंसेवकों का स्वागत किया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के उत्तर पूर्व क्षेत्र कार्यकारणी सदस्य श्रीमान अजय जी ने उद्बोधन में कहा कि “यह केवल संघ का शताब्दी वर्ष नहीं बल्कि संपूर्ण हिंदू समाज का शताब्दी वर्ष है।” उन्होंने समाज को एकजुट होकर आगामी विजयादशमी उत्सवों में भाग लेने का आह्वान किया।
भाभागार नगर में …
संघ के शताब्दी वर्ष में भाभागार नगर, शिवाजी नगर में एक सारगर्भित बौद्धिक कार्यक्रम आयोजित हुआ। बौद्धिक प्रस्तुति विजय राज जी एवं अक्षय जी (विस्तारित सेवा प्रमुख) द्वारा दी गई। मुख्य विषय “पंच परिवर्तन”, “RSS का योगदान” और “सामाजिक सेवा” रहे। कार्यक्रम में 30 स्वयंसेवकों ने भाग लिया और संघ की सेवा भावना को आत्मसात करने का संकल्प लिया। संचालन अत्यंत अनुशासित एवं प्रभावी रहा।
तिरिल बस्ती में …
शिवाजी नगर स्थित तिरिल बस्ती में संघ के शताब्दी वर्ष के अंतर्गत प्रांत पर्यावरण संयोजक सच्चिदानंदन मिश्रा जी के मार्गदर्शन में एक विचारोत्तेजक बौद्धिक सत्र सम्पन्न हुआ। साथ ही नगर कार्यवाह मदन जी की गरिमामयी उपस्थिति रही। बौद्धिक में “पंच परिवर्तन” की अवधारणा को समाज में कैसे लागू किया जाए, इस पर विशेष जोर दिया गया। साथ ही संघ के इतिहास एवं समाज सेवा में उसके योगदान पर विस्तार से चर्चा की गई। 70 से अधिक स्वयंसेवकों की उपस्थिति ने कार्यक्रम को उत्साहपूर्ण बना दिया।
जमशेदपुर में …
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के बिष्टुपुर नगर द्वारा गुरुवार को विजयादशमी उत्सव मनाया गया। कार्यक्रम कदमा में आयोजित हुआ। यहां शस्त्र पूजन भी हुआ। कार्यक्रम में जमशेदपुर पश्चिमी के विधायक सरयू राय भी शामिल हुए। कार्यक्रम की शुरुआत में तीन किलोमीटर का पथ संचलन हुआ। पथ संचलन के बाद गणवेशधारी स्वयंसेवकों ने कतारबद्ध होकर जमशेदपुर विभाग के प्रचारक आलोक जी का मार्गदर्शन प्राप्त किया।
आलोक जी ने अपने उद्बोधन में 100 साल की संघ की गौरवमयी यात्रा पर विशद प्रकाश डाला। उन्होंने पांच प्रण, जिनमें पर्यावरण, समरसता, नागरिक सुदृढीकरण, स्वदेशी आचरण और कुटुंब प्रबोधन पर विशेष ध्यान देने का आग्रह किया। कार्यक्रम में डॉ रामनरेश, प्रसेनजित तिवारी, आलोक पाठक, कुणाल, मुन्ना सिंह, शैलेश, अमित समेत अन्य गणमान्य नागरिक शामिल थे।