अपनी बात

झामुमो बिहार के चकाई, धमदाहा, कटोरिया, मनिहारी, जमुई और पीरपैंती विधानसभा सीटों पर अपना उम्मीदवार उतार सकती है- सूत्र

बिहार में महागठबंधन के लक्षण ठीक नहीं दिख रहे हैं। महागठबंधन में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा। शायद यही कारण है कि झारखण्ड मुक्ति मोर्चा ने ठान लिया है कि बिहार में हो रहे विधानसभा चुनाव में जहां वो सशक्त भूमिका निभा सकती हैं। जहां उसके आधारस्तंभ मजबूत हैं। उन विधानसभा सीटों पर, वहां वो अपना प्रत्याशी खड़ा करेगी।

सूत्र बता रहे हैं कि झारखण्ड मुक्ति मोर्चा बिहार के निम्नलिखित सीटों पर यथा शीघ्र प्रत्याशी की घोषणा करेगी। वे सीटें हैं – 1. चकाई, 2. ⁠धमदाहा, 3. ⁠कटोरिया, 4. ⁠मनिहारी, 5. ⁠जमुई और  6. ⁠पीरपैंती। इन छह सीटों पर झामुमो ने अपने प्रत्याशी भी तय कर लिये हैं। सिर्फ घोषणा करना बाकी है। अगर ऐसा होता है, तो महागठबंधन के लिए यह किसी भी प्रकार से ठीक नहीं होगा।

इधर सूत्र बता रहे हैं कि झामुमो चाहती थी कि महागठबंधन के लोग उनसे सम्मानजनक समझौता करे। लेकिन सम्मानजनक समझौता नहीं करने से नुकसान अंत में महागठबंधन का ही होगा। राजनीतिक पंडितों की मानें तो झारखण्ड के सीमावर्ती इलाकों में पड़नेवाले बिहार विधानसभा की सीटों पर झामुमो ज्यादा प्रभावी भूमिका में हैं। लेकिन महागठबंधन दलों में शामिल लोगों की हठधर्मिता ने झामुमो को स्वतंत्र रूप से लड़ने पर मजबूर कर दिया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *