स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी झारखण्ड के जेहादी सोच के पोस्टर ब्वॉय, BLO को कमरे में बंद करने की धमकी देनेवाले ऐसे मंत्री को तत्काल पागलखाने में बंद करें सरकारः अजय साह
कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय स्तर के नेता व लोकसभा में विरोधी दल के नेता राहुल गांधी और यहां झारखण्ड में उनके नेता व राज्य के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ये दोनों कब-कहां किस प्रकार का बयान दे देंगे और उससे उनका या उनके पार्टी का क्या नुकसान हो जायेगा। इसका उन्हें भी अंदेशा नहीं होता।
लेकिन फिर भी ये अनाप-शनाप बोलते हैं और उसका नतीजा यह निकलता है कि इनके हाथों से आती हुई सत्ता भी छिटक कर भाजपा के हाथों में चली जाती है। शायद यही कारण है कि यहां के राजनीतिक पंडितों ने बड़ी ही सरल शब्दों में कह दिया कि – ‘र’ से ‘राहुल’, ‘इ’ से ‘इरफान’ दोनों कांग्रेस को पहुंचायेंगे श्मशान।
फिलहाल झारखण्ड के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी का एक बयान पूरे झारखण्ड ही नहीं, बल्कि देश स्तर तक बवाल कर रखा है। इरफान अंसारी ने कल जामताड़ा के नारायणपुर में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि यदि एसआईआर (स्पेशल इंटेसिंव रिवीजन) के दौरान वोटर लिस्ट से नाम हटाने कोई अधिकारी गांव में आता है, तो उसे गेट के अंदर बंद कर देना चाहिए।
उन्होंने फिर कहा कि मैं खुद आकर गेट खोलूंगा। उन्होंने यह भी कहा कि यदि वोटर लिस्ट से किसी व्यक्ति का नाम कट गया, तो उसका आधार कार्ड और बैंक खाते पर भी असर पड़ सकता है। आश्चर्य यह भी है कि जब वे ये सब बोल रहे थे। उस वक्त मंच पर जिला निर्वाची पदाधिकारी सह उपायुक्त रवि आनन्द भी उपस्थित थे।
इरफान अंसारी के इस बयान पर मुख्य विरोधी दल भाजपा ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अजय साह का बयान है कि दरअसल राज्य के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी झारखण्ड के जेहादी सोच के पोस्टर ब्वॉय बन चुके हैं। बीएलओ को कमरे में बंद करने की धमकी देनेवाले ऐसे मंत्री को तत्काल पागलखाने में बंद कर देना चाहिए।
उन्होंने अपने सोशल साइट पर यह भी लिखा है कि झारखण्ड के फुल टाइम अंसारी कल्याण मंत्री सह पार्ट टाइम स्वास्थ्य मंत्री के बड़बोले और बेतुके बयान पर चुनाव आयोग ने संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार से रिपोर्ट की मांग की है। ऐसे में इस व्यक्ति को तुरन्त बर्खास्त किया जाना चाहिए। प्रदेश भाजपा ने तो यहां तक खुलकर कह दी है कि इरफान का बयान बता रहा है कि जो घुसपैठिये हैं, वे ही इनके वोटर हैं।
भाजपा के एक नेता अभय सिंह जो जमशेदपुर में रहते हैं। उन्होंने अपने सोशल साइट फेसबुक पर लिखा है कि ये मंत्री है या संविधान या कानून का रक्षक है या भक्षक? जब ऐसे लोग संविधान, कानून, नियम की धज्जियां उड़ाएंगे तो आम आदमी से कल्पना क्या की जा सकती है? अगर इस समय कोई सड़कों पर उतरकर एसआईआर का विरोध करते समय तोड़ फोड़, लूटमार, आगजनी करेगा, तो क्या समझा जाएगा कि मंत्री के इशारे में नहीं हो रहा है? जिस राज्य का मंत्री जनता को उकसाएगा तो क्या उस पर केस दर्ज करके जेल नहीं भेजा जाएगा? इरफान जी, ये मजाक वापस ले ले, तो आपके सेहत के लिए असर अच्छा रहेगा, नहीं तो आप आजम खान से बड़े नेता नहीं है, जिसे देश की जनता ने बिल्ली बनते देखा और जेल से निकलने के लिए रहम की भीख मांगना पड़ा।
