ईवीएम है टैम्पर-प्रूफ : ईवीएम की जांच और सत्यापन ने एक बार फिर किया साबित
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा 17 जून 2025 को जारी निर्देशों के अनुसार, महाराष्ट्र के मुख्य चुनाव आयुक्त ने महाराष्ट्र विधान सभा आम चुनाव 2024 के संबंध में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (EVMs) की जांच और सत्यापन (C&V) पूरा कर लिया है। 10 उम्मीदवारों से प्राप्त आवेदनों के आधार पर, 10 विधानसभा क्षेत्रों में बैलेट यूनिट, कंट्रोल यूनिट और वीवीपैट्स (VVPATs) की जांच और सत्यापन की गई। सभी मामलों में, मशीनें डायग्नोस्टिक जांच में सफल रहीं और वीवीपैट स्लिप्स की गिनती में कोई विसंगति नहीं पाई गई।
इस प्रक्रिया ने एक बार फिर सिद्ध कर दिया है कि ईवीएम टैम्पर-प्रूफ हैं। आठ आवेदक, जो सभी हारे हुए प्रत्याशी थे, और अन्य उम्मीदवार या उनके प्रतिनिधि इस प्रक्रिया के दौरान उपस्थित रहे। 10 विधानसभाओं में 48 बैलेट यूनिट, 31 कंट्रोल यूनिट और 31 वीवीपैट्स की जांच और सत्यापन सफलतापूर्वक किया गया। दो आवेदक उपस्थित नहीं हुए।
147-कोपरी-पछपखड़ी, 148-ठाणे, 211-खडकवासला और 229-माजलगाँव में (3 सेट ईवीएम्स पर) अनुरोध के अनुसार बर्न्ट मेमोरी/माइक्रोकंट्रोलर की डायग्नोस्टिक जांच की गई। जांच के बाद, निर्माता (इलेक्ट्रॉनिक्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड, ECIL) के अधिकृत इंजीनियरों ने प्रमाणित किया कि सभी मशीनें जांच में सफल रहीं।
188-पनेल, 192-अलीबाग, 80-अर्णी, 119-येवला, 271-चंदगड, 276-कोल्हापुर उत्तर और 229-माजलगाँव के शेष 3 सेट ईवीएम्स पर डायग्नोस्टिक जांच एवं मॉक पोल भी किया गया। पहले डायग्नोस्टिक जांच की गई, जिसमें सभी मशीनें सफल रहीं। इसके बाद उम्मीदवारों के अनुरोध पर मॉक पोल किया गया। ईवीएम (कंट्रोल यूनिट) के परिणामों की वीवीपैट स्लिप्स की गिनती से तुलना की गई, जिसमें कोई अंतर नहीं पाया गया। इस समग्र प्रक्रिया ने एक बार फिर सिद्ध किया कि भारत में प्रयुक्त ईवीएम्स सुरक्षित, विश्वसनीय और टैम्पर-प्रूफ हैं।