धनबाद के सात्विक आईवीएफ सेन्टर के दस साल पूरे, समाज के सभी संभ्रांत नागरिकों ने डॉ. नेहा प्रियदर्शिनी को उनकी उपलब्धियों के लिए दी दिल खोलकर बधाई
डॉ. नेहा प्रियदर्शिनी कोई सामान्य नाम नहीं हैं। अपने मानवीय संवेदनाओं व चिकित्सीय गुणों से परिपूर्ण डॉ. नेहा प्रियदर्शिनी ने बड़ी ही कम समय में उन लोगों की दुनिया में एक अलग जगह बना ली, जिन्हें लगता था कि उनकी किस्मत में संतान सुख नहीं हैं। कई महिलाएं जो मातृत्व सुख से वंचित थी। कई परिवार जिनके घर में किलकारियां गूंजना बंद हो चुकी थी। उन महिलाओं को मातृत्व सुख और उन घरों में किलकारियां गूंजाने में डॉ. नेहा प्रियदर्शिनी ने अहम रोल अदा किया और इस कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का काम डॉ. नेहा प्रियदर्शिनी द्वारा धनबाद के सिटी सेंटर में चलाई जा रही सात्विक आईवीएफ सेन्टर ने किया, जिसने कल दस वर्ष पूरे कर लिये।
सात्विक आईवीएफ सेन्टर के कल दस वर्ष पूरे होने पर धनबाद के गोविन्दपुर में स्थित पार्कलेन रिसोर्ट में एक शानदार कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। जिसमें धनबाद ही नहीं, बल्कि झारखण्ड और अन्य राज्यों के सम्भ्रांत नागरिकों, सात्विक आईवीएफ सेन्टर का लाभ ले चुकी कई माताएं व उनके परिवार के लोग तथा समाज के अन्य गण्यमान्य व्यक्तियों के साथ-साथ शहर के सभी प्रमुख चिकित्सकों, राजनीतिज्ञों व बुद्धिजीवियों ने भाग लिया, जहां सभी ने सात्विक आईवीएफ सेन्टर और डॉ नेहा प्रियदर्शिनी के सेवा भाव की मुक्तकंठ से प्रशंसा की।
ज्ञातव्य है कि डॉ. नेहा प्रियदर्शनी, सुप्रसिद्ध समाजेसवी विजय झा और सुप्रसिद्ध स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. शिवानी झा की पुत्री है। डॉ . नेहा प्रियदर्शिनी के पति डॉ. धीरज चौधरी भी सुप्रसिद्ध चिकित्सक है। मतलब पूरा परिवार ही धनबाद में सामाजिक कार्यों के लिए प्रतिबद्ध माना जाता है। कल जब सात्विक आईवीएफ सेन्टर में कार्यक्रम चल रहा था। तब वहां विद्रोही24 भी उपस्थित था।
विद्रोही24 ने महसूस किया कि जिन-जिन माताओं ने और परिवारों ने सात्विक आईवीएफ सेन्टर का लाभ उठाया था, सभी के आंखों में खुशियों के आंसू छलक रहे थे। सभी ने स्वीकार किया कि अगर डॉ. नेहा प्रियदर्शिनी का उन्हें सहयोग नहीं मिलता तो वे सभी मातृत्व सुख से अब तक वंचित रहती। बड़े ही आनन्ददायक वातावरण में सात्विक आईवीएफ सेन्टर का उन्हें मिला सहयोग वे कभी नहीं भूल सकती। कई परिवार अपने बच्चों को लेकर कार्यक्रम में पहुंचे थे। जो सात्विक आईवीएफ सेन्टर के प्रयासों से हुए थे।
डॉ. नेहा प्रियदर्शिनी ने विद्रोही24 से बातचीत में कहा कि जब वो आईवीएफ सेन्टर खोल रही थी। तो उन्हें इस प्रकार से लोगों का प्यार मिलेगा। इसका ऐहसास नहीं था। लेकिन जैसे-जैसे समय बढ़ता गया। लोगों को विश्वास उन पर जमता गया। सात्विक आईवीएफ सेन्टर ने एक मील का पत्थर बनने का काम किया। डॉ. शिवानी झा ने कहा कि उन्हें खुशी है कि धनबाद में एक विश्वसनीय सेन्टर ऐसा सात्विक आईवीएफ के रूप में आया है, जो उन परिवारों के बीच प्रकाश फैला रहा है, जिनके घर-आंगन में अंधेरा है। बच्चों की किलकारियों के नहीं गूंजने का संकट है।
सुप्रसिद्ध समाजसेवी विजय झा ने बताया कि जब कोई संस्थान आप मानवीय मूल्यों को लेकर खोलते हैं, तो इससे लोगों में आशा का संचार होता ही है और यहीं संचार चिकित्सक और इनका लाभ ले रहे परिवारों में एक ऐसा बन्धन बनाता है, जो समय के बढ़ने के साथ ही और मजबूत होता चला जाता है। आज दस वर्ष पूरे होने के बाद, जिस प्रकार लोगों का सहयोग व प्रेम इस संस्थान को मिला हैं। ऐसा विरले लोगों को ही मिलता है। कल के इस विशेष कार्यक्रम में सुप्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. विश्वनाथ चौधरी, उषा चौधरी, अनन्तश्रीकृष्णा, मनीषा मीनू, वरिष्ठ समाजसेवी गौतम मंडल व प्रशांत गुप्ता ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
What an amazing story KBM Bhaiya
सादर प्रणाम बा भईया दोहा कतर से 🙏