नेताओं, धर्म के तथाकथित ठेकेदारों, अखबारों व धन्नासेठों ने शक्ति की आराधना व दिव्य प्रकाश से खुद को आलोकित करने के पर्व को तमाशा बनाकर रख दिया, कोई पंडाल व डांडिया से मजे ले रहा तो कोई पैसे बना रहा
नेताओं, धर्म के तथाकथित ठेकेदारों, अखबारों व धन्ना सेठों ने शक्ति की आराधना व दिव्य प्रकाश से खुद को आलोकित
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