“योग का उद्देश्य और लक्ष्य आत्म चेतना के खोए हुए स्वर्ग को पुनः प्राप्त करना है जिसके माध्यम से व्यक्ति
Read Moreदुनिया में नाना प्रकार के लोग हैं। कोई गृहस्थ हैं तो कोई संन्यासी। इन गृहस्थों में और संन्यासियों में भी
Read Moreरांची के योगदा सत्संग मठ में आयोजित साप्ताहिक सत्संग को संबोधित करते हुए स्वामी ईश्वरानन्द ने योगदा भक्तों को कहा
Read Moreसचमुच आज का दिन योगदा भक्तों को बहुत दिनों तक याद रहेगा। विभिन्न कथाओं से आज के सत्संग को रोचक
Read Moreसद्गुरु के वचन हैं कि “जो मानते है कि मैं उनके निकट हूं, दरअसल मैं उनसे निकट ही होता हूं”,
Read Moreझारखण्ड उच्च न्यायालय के वरीय अधिवक्ता अवनीश रंजन मिश्र रावण दहन के खिलाफ है। वे इसको लेकर अपने ढंग से
Read More“ईश्वर साक्षात्कार आत्मप्रयास से संभव है, वह किसी धार्मिक विश्वास या किसी ब्रह्माण्ड नायक की मनमानी इच्छा-अनिच्छा पर निर्भर नहीं
Read Moreरांची के योगदा सत्संग मठ में आयोजित साप्ताहिक सत्संग को संबोधित करते हुए वरीय ब्रह्मचारी अतुलानन्द ने कहा कि जब
Read Moreश्रीमद्भभगवद्गीता पर तो देश और विदेश के कई संतों/महानुभावों/आध्यात्मिक पुरुषों ने अपने काल खण्ड में उस काल खण्ड के अनुरुप
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