जनादेश का अपमान करना बंद करे बिरंची नारायण, श्वेता सिंह चुनाव आयोग को अपना स्पष्टीकरण देंगी, न कि बड़े अंतर से हारनेवाले पूर्व विधायक कोः आलोक दूबे
झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव आलोक कुमार दूबे ने पूर्व विधायक बिरंची नारायण द्वारा कांग्रेस विधायक श्वेता सिंह पर लगाए गए आरोपों पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि श्वेता सिंह एक निर्वाचित जनप्रतिनिधि हैं। उन्होंने चुनाव आयोग से उचित प्रक्रिया के तहत समय लिया है अपना स्पष्टीकरण देने के लिए। लेकिन ऐसा प्रतीत हो रहा है कि बिरंची नारायण को चुनाव आयोग से ज़्यादा जल्दी है – जैसे उन्हें खुद ही फैसला सुनाना है। यह लोकतंत्र का मज़ाक उड़ाने जैसा है।
आलोक दूबे ने कहा कि यह बहुत स्पष्ट है कि बिरंची नारायण अभी तक जनता के निर्णय से उबर नहीं पाए हैं। उन्होंने कहा कि जनता ने उन्हें बड़े अंतर से हराया है, और अब वह हताशा में श्वेता सिंह की निजी ज़िंदगी में झांकने और बेवजह टिप्पणियाँ करने में लगे हैं। उन्हें किसके पास कितनी गाड़ियाँ हैं, कितने मोबाइल हैं, कितने क्वार्टर हैं, सबकी जानकारी है, जैसे खुद को चुनाव आयोग और मीडिया दोनों मान बैठे हों।
उन्होंने यह भी कहा कि श्वेता सिंह ने कोई भी जानकारी छिपाई नहीं है। अगर स्पष्टीकरण देना है, तो वह चुनाव आयोग को देंगी – न कि बिरंची नारायण को। लेकिन इससे पहले ही मीडिया में सुर्खियाँ बटोरने के लिए जो घटिया स्तर की राजनीति की जा रही है, वह बेहद शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि भाजपा का इतिहास हमेशा जनादेश को तहस-नहस करने का रहा है। पिछले 11 वर्षों में यही उनकी राजनीतिक शैली रही है। दुर्भाग्यवश, इस बार झारखंड में उनकी दाल नहीं गलने वाली।
आलोक दूबे ने कहा कि बिरंची नारायण को जनता ने बहुत साफ संदेश दिया है – बाहर का रास्ता। अब उन्हें लोकतंत्र और जनादेश का सम्मान करते हुए विपक्ष की भूमिका निभानी चाहिए, न कि बदले की भावना से महिला विधायक की छवि खराब करने की कोशिश करनी चाहिए।