अपनी बात

धनबाद के गयापुल के चौड़ीकरण का हेमन्त कैबिनेट से स्वीकृति क्या मिली, भाजपा में श्रेय लेने के लिए सिरफुटौव्वल जारी, एक-दूसरे को नीचा दिखाने में भाजपाई सोशल साइट पर लगे भिड़ने

धनबाद के गया पुल के चौड़ीकरण का हेमन्त कैबिनेट की स्वीकृति क्या मिली? धनबाद भाजपा में सिरफुटौव्वल शुरू हो गया। धनबाद भाजपा में जितने गुट, उतने गुट के लोग अपने-अपने गुट के नेता के पक्ष में आकर सोशल साइट पर मुखर हो गये और एक दूसरे को नीचा दिखाने में लग गये। स्थिति ऐसी है कि इन भाजपाइयों के इस आचरण को देख कई राजनीतिक पंडित आश्चर्यचकित हैं कि आखिर भाजपा के लोगों को हो क्या गया है?

सच्चाई यह है कि ये सारी घटनाएं तब से शुरु हुई। जब सजायाफ्ता दबंग भाजपा सांसद ढुलू महतो की भाजपा में इंट्री हो गई और इस सजायाफ्ता भाजपा सांसद ढुलू ने अपने इशारों पर केन्द्र से लेकर राज्यस्तर के नेताओं को नचाने लगा। अपने भाई को बाघमारा से विधायक बनवा दिया। हाल ही में अपने जन्मदिन पर गृह मंत्री अमित शाह द्वारा दिये गये बधाई की दांत निपोड़ते हुए विडियो रिकार्डिंग करवाकर उसे सोशल साइट पर वायरल तक करवा दिया।

दरअसल ऐसा कर वो भाजपा के लोकल से लेकर राज्यस्तरीय नेताओं को दिखाना चाहता था कि उसका केन्द्रीय गृह मंत्री से कितना मधुर संबंध हैं। लेकिन जो लोग केन्द्रीय गृह मंत्री की राजनीति को जानते हैं, वे यह भी जानते हैं कि केन्द्रीय गृह मंत्री की पसंद भी ऐसे ही लोग होते हैं, जो सजायाफ्ता होकर जनता के बीच बाहुबली बनकर अपनी जय-जयकार करवाते हैं।

ऐसे लोगों की ही, वे अपनी ओर से विशेष सुरक्षा भी प्रदान करवाते हैं। ताकि ऐसे सजायाफ्ता लोगों की यश व कीर्ति जब तक उनकी जीवन है, फैलती रहे, वे अपना काम निर्भय होकर करते रहे। पुलिसकर्मियों और प्रशासनिक अधिकारियों का दल उनकी सेवा में भक्तिभाव से लगा रहे। भले ही उनके कार्यों-व्यवहारों से आम जनता पीस ही क्यों न जाये? अपना जमीन-जायदाद छोड़कर भाग ही क्यों न खड़ा हो जाये।

अब देखिये न। इधर ढुलू के समर्थक, जो कल तक पूर्व सांसद पीएन सिंह के एक इशारे पर बलिहारी जाते थे। आज पूर्व सांसद पीएन सिंह को भूलकर ढुलू की भक्ति में लग गये हैं। जिस पर भाजपा के कई नेताओं ने सोशल साइट पर प्रमाण के साथ उनका पोस्ट कर, ऐसे लोगों की नींद हराम कर दी है। उन्हीं में से एक भाजपा नेता है चुन्ना सिंह।

उन्होंने आज ही एक फेसबुक पर पोस्ट डाला है, जो सबकी नींद उड़ा दी है। नींद ज्यादा उनकी उड़ी हैं, जिन्हें बिन पेंदी का लोटा कहा जाता है। आखिर चुन्ना सिंह ने क्या पोस्ट की है? उनका पोस्ट है – “श्रेय लेने की होड़, आका बदलते ही भाषा बदल गया। यह नितिन भट्ट जी है, जिनको मलाई खाने का आदत है। यह पोस्ट बहुत कुछ कह रहा है। कुछ तो शर्म करो, दो वर्ष पहले कुछ और, आज कुछ और।”

चुन्ना सिंह ने अपने फेसबुक पोस्ट पर भाजपा नेता नितिन भट्ट ( जो पूर्व में धनबाद के पूर्व सांसद पीएन सिंह के अंधभक्त थे और उनके पक्ष में खुब लिखा करते थे, आज वे पूर्व सांसद पीएन सिंह को भूलकर वर्तमान सजायाफ्ता सांसद ढुलू के समर्थन में खुब गीत गा रहे हैं, उनकी स्तुति गा रहे हैं।) द्वारा लिखित 19 जुलाई 2023 का पोस्ट डाला है। जिसमें नितिन भट्ट ने लिखा है कि

“आपको धनबाद की जनता की तरफ से बहुत-बहुत आभार। धनबाद डीआरएम ने माननीय सांसद पशुपतिनाथ सिंह को दूरभाष पर सूचित किया। पिछले दिनों माननीय सांसद पशुपतिनाथ सिंह के आवास पर मंडल रेल प्रबंधक के साथ बैठक में माननीय सांसदजी ने गया पुल दोहरीकरण के विलंब का मुद्दा उठाया था। आज धनबाद रेलवे ने इसको स्वीकृति प्रदान किया। बहुत जल्द कार्य प्रारंभ होगा यानी की शुरुआती कार्य मोबिलाइजेशन वगैर कार्य प्रारंभ हो सकेंगे। इससे धनबाद के लोगों को जाम से मुक्ति मिलेगी और धनबाद के विकास की रफ्तार को गति मिलेगी। धनबाद की जनता की ओर से माननीय सांसद श्री पशुपतिनाथ सिंह जी आभार अभिनन्दन।”

और यही व्यक्ति आज पलटी मारते हुए क्या लिख रहा है, उसे भी चुन्ना सिंह ने बहुत ही शानदार ढंग से जनता के बीच रखा है, उसे भी देखिये – “झारखण्ड सरकार की कैबिनेट ने आज धनबाद के गया पुल चौड़ीकरण के प्रस्ताव को प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की। इस कार्य को लेकर पिछले दिनों माननीय सांसद ढुल्लू महतो, केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की थी। उसी समय नितिन गडकरी ने मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन से तत्काल स्वीकृति देने का आग्रह किया था। आज स्वीकृति मिल गई। बहुत-बहुत धन्यवाद एवं आभार सांसद ढुल्लू महतो जी को जो धनबाद के विकास के लिए लगातार प्रयत्नशील है।”

हालांकि धनबाद में कई ऐसे भी राजनीतिक संगठन हैं। जो इस कार्य के लिए सीधे राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन को श्रेय दे रहे हैं। श्रेय देनेवालों में भाजपा के नेता व कार्यकर्ता भी हैं। भाजपा कार्यकर्ता व नेताओं का साफ कहना है कि वे अपने धनबाद के वर्तमान विधायक और वर्तमान सजायाफ्ता सांसद ढुलू की राजनीतिक औकात को अच्छी तरह जानते हैं।

अगर ये इस कार्य के लिए झूठा श्रेय लेने की कोशिश करते हैं, तो यह पूर्णतः गलत है। जनता जान चुकी हैं कि इस गया पुल के चौड़ीकरण की स्वीकृति में अगर सही मायनों में किसी का हाथ हैं तो वे राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ही हैं, दूसरा कोई नहीं। भाजपाइयों के कई पोस्ट आज भी सोशल साइट पर बिखरे पड़े हैं। कोई भी देख सकता है। जैसे एक तो आपके सामने ही है …

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