अपनी बात

ये ‘हिन्दुस्तान’ वाले नशे में रहकर अखबार निकाल रहे हैं क्या? 28 जुलाई के बाद एक जुलाई कैसे आयेगा भाई?

आजकल समझ नहीं आ रहा कि ये ‘हिन्दुस्तान’ अखबारवाले नशे में रहकर अखबार निकाल रहे हैं क्या? आज 28 जुलाई बीत रहा, ये 28 जुलाई के बाद एक जुलाई कैसे और किस तरीके से ला रहे हैं? इनके पास कौन सा यंत्र आ पहुंचा है कि वर्ष 2025 में जुलाई महीने के 28 तारीख के बाद एक जुलाई आ जायेगा। मैं अपने दिमाग पर जोड़ डाल रहा हूं। मेरा दिमाग भी काम नहीं कर रहा। हो सकता है कि ‘हिन्दुस्तान’ अखबारवालों को ईश्वर ने एक विशेष मस्तिष्क देकर इस धराधाम पर भेजे हो। ऐसे में वो 28 जुलाई के बाद एक जुलाई क्या, वो 2025 के बाद 2024 भी ला सकते हो! इसलिए इसमें हैरानी की क्या बात?

जरा रांची से प्रकाशित आज का ‘हिन्दुस्तान’ अखबार देखिये। अखबार का पृष्ठ नंबर पांच पर नजर डालिये। जो ‘अपनी रांची’ पृष्ठ है। इसका पृष्ठ का प्रमुख समाचार क्या कह रहा है? सर्वप्रथम उसकी हेडिंग व उसका समाचार पढ़िये। आपके होश उड़ जायेंगे। आप भी हैरान रह जायेंगे कि भाई 28 जुलाई के बाद एक जुलाई कब और कैसे आयेगा? लेकिन ‘हिन्दुस्तान’ अखबार के लिए तो ये बाएं हाथ का खेल है।

‘हिन्दुस्तान’ अखबार का हेडिंग है – ‘दो-तीन दिनों तक मानसूनी प्रक्रिया में शिथिलता, एक जुलाई से बारिश के आसार नहीं’। अब इसके अंदर का समाचार पढ़िये। उस समाचार में भी यही बात अंकित है – राजधानी में एक जुलाई से लोगों को बारिश से राहत मिलने का पूर्वानुमान है। अब सवाल उठता है कि एक जगह मानवीय भूल हो सकती है। यहां दो-दो जगह ऐसी भूलें कैसे हो सकती है। समाचार के हेडिंग और समाचार दोनों जगहों पर।

आखिर जिस रिपोर्टर ने समाचार बनाया। अगर उससे गलती हो गई, तो फिर जिस डेस्क इंचार्ज के सामने से ये समाचार गुजरा। उसने इसे क्यों नहीं सुधारा और जब अखबार फुल एंड फाइनल बाजार में जाने के लिए उतरी तो एक नजर यह संपादक के पास से होकर भी गुजरी होगी। संपादक का ध्यान इतनी बड़ी गलती पर क्यों नहीं गया? दरअसल, अब न तो कोई रिपोर्टर है और न कोई डेस्क इंचार्ज और न संपादक। सभी नौकर बन चुके हैं। नौकरी करते हैं। नहीं तो ईमानदारी से ये लोग पत्रकारिता करें न, तो ऐसी भयंकर भूलें या गलतियां नहीं होगी। इतनी बड़ी गलतियां करने के बाद, इन्हें लज्जा भी नहीं आती। क्योंकि लज्जा आने के लिए भी गैरतमंद होना जरुरी है।

हालांकि अब सोशल साइट का जमाना है। लोगों ने ‘हिन्दुस्तान’ अखबार पर चुटकियां लेनी शुरु कर दी है। झारखण्ड हाई कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता अवनीश रंजन मिश्र हिन्दुस्तान अखबार के इस समाचार का फोटो डालकर अपने फेसबुक पर लिखते हैं – ये आज दिनांक 28 जुलाई 2025 दिन सोमवार का हिन्दी दैनिक हिन्दुस्तान का रांची अंक का पांचवा पेज है, इनके अनुसार एक जुलाई से बारिश के आसार नहीं हैं, कौन सा एक जुलाई? आज 28 जुलाई है श्रीमान्। इतने प्रतिष्ठित दैनिक में ऐसी लापरवाही? अवनीश रंजन मिश्र के इस पोस्ट पर कई कमेन्ट्स भी आये हैं, जो पढ़नेलायक हैं।

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