गिरिडीह पुलिस ने गाण्डेय से साइबर अपराध कर लाखों की धन-संपत्ति अर्जित कर चुके तीन साइबर अपराधियों को किया गिरफ्तार
गिरिडीह पुलिस का कहना है कि दिनांक 29 दिसम्बर को पुलिस अधीक्षक गिरिडीह को प्रतिबिम्ब पोर्टल के माध्यम से सूचना मिली कि गाण्डेय थानान्तर्गत कछेल ग्राम के तेल्खरी जंगल के आसपास कुछ साइबर अपराधियों द्वारा फोन के माध्यम से ठगी की जा रही है। उपरोक्त सूचना के आधार पर पुलिस अधीक्षक द्वारा आबिद खां, डीएसपी, साइबर क्राइम के नेतृत्व में एक छापामारी दल का गठन किया गया।
छापामारी दल द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए कुल तीन साइबर अपराधियों 1. खुर्शीद अंसारी (25), पिता अजीज अंसारी, ग्राम -धरलेट्टो, थाना – गांडेय, जिला -गिरिडीह, 2. आलमगीर अंसारी, (25), पिता – कियामुद्दीन अंसारी, ग्राम-चेतनारी, थाना – पथरोल, जिला-देवघर और 3. मो. सराफत अंसारी, (25), पिता -स्व. मकबुल मियां, ग्राम-पिंडारी, थाना – सारठ, जिला-देवघर को गिरफ्तार किया गया। जिनके पास से आठ मोबाइल, 10 सिम, दो मोटरसाइकिल, दो एटीएम, एक आधार कार्ड, एक पेन कार्ड, एक ड्राइविंग लाइसेंस बरामद किये गये।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि इन तीनों अपराधियों के खिलाफ साइबर थाना कांड संख्या 43/2025 दर्ज कर लिया गया है। पुलिस की मानें तो गिरफ्तार अभियुक्तों ने अपने स्वीकारोक्ति बयान में बताया है कि वे गुगल पर अपना फर्जी मोबाइल नंबर विभिन्न सर्विस के कस्टमर केयर के रूप में जैसे फोन पे कस्टमर केयर, फोन पे डेबिट कस्टमर केयर, सैमसंग सर्विस, एसी सर्विस, पेटीएम सर्विस, Gyser इंस्टालेशन सर्विस आदि पंच करवाते थे।
जब कोई व्यक्ति इन सर्विस के संबंध में उक्त नंबरों पर कॉल करता था, तो ये उन्हें अपने आप को संबंधित सर्विस का अधिकारी बता कर इनलोगों को अपने झांसे में लेकर उनके साथ साइबर ठगी करते थे। एयरटेल पेमेंट बैंक के अधिकारी बन पासबुक तथा एटीएम कार्ड भेजने के नाम पर लोगों को कॉल करते थे। विभिन्न बैंकों एवं वॉलेटों का फर्जी लिंक भेजकर उन्हें अपने झांसे में लेकर उनके साथ साइबर ठगी करते थे।
पुलिस का कहना है कि इन अपराधियों का एक अपराधिक इतिहास भी रहा है। इन सब ने साइबर अपराध कर अच्छी खासी संपत्ति भी अर्जित कर ली है। मो. सराफत अंसारी वर्ष 2021 में छत्तीसगढ़ अंतर्गत बिलासपुर जिले के सरकंडा थाना से साइबर ठगी के मामले में जेल भी जा चुका है। इसी के विरुद्ध उत्तराखण्ड के रूद्रपुर थाने में ऑनलाइन शिकायत भी दर्ज है। मो. सराफत अंसारी ने साइबर ठगी कर अब तक 60 लाख रुपये अर्जित कर लिये हैं। इसके पास एक महिन्द्रा का एक्सयूवी 300 चार चक्का वाहन भी है। आलमगीर अंसारी द्वारा पांच वर्षों में करीब 25 लाख रुपये की साइबर ठगी की गई है।
