अपनी बात

प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया द्वारा फैलाये गए झारखण्ड से संबंधित राजनीतिक अफवाहों पर ध्यान न दें, बल्कि इनकी मूर्खता का सिर्फ आनन्द लीजिये, क्योंकि विद्रोही24 कह रहा – हेमन्त सोरेन झूकनेवाले नहीं हैं

जी हां। प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया द्वारा फैलाये गए झारखण्ड से संबंधित राजनीतिक अफवाहों पर ध्यान न दें, बल्कि इनकी मूर्खता का सिर्फ आनन्द लीजिये, क्योंकि विद्रोही24 कह रहा – हेमन्त सोरेन झूकनेवाले नहीं हैं। कुछ अखबारों और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के लोगों ने तो ऐसी गंध फैलाई हैं कि सारे झारखण्डवासियों का सबेरे से दिमाग खराब हो रहा है। दिमाग उनकी भी खराब हो रही हैं, जो सत्य को अच्छी तरह से जानते हैं।

कई लोगों ने विद्रोही24 से जानने की कोशिश की कि सच्चाई क्या हैं? विद्रोही24 ने भी बड़ी ही सहजता से कह दिया कि यहां कुछ भी परिवर्तन होनेवाला नहीं हैं, क्योंकि विद्रोही24 हेमन्त सोरेन को बहुत अच्छी तरह जानता है, वो सब कुछ सह सकते हैं। लेकिन अपनी जनता के पीठ पर छुरा नहीं भोंक सकते और न ही उनके विश्वास का गला घोंट सकते हैं।

शायद यही कारण है कि झामुमो के लोगों ने एक बार फिर कहना शुरु कर दिया – झारखण्ड झुकेगा नहीं। मतलब झामुमो ने संकेत दे दिया कि जिसको जो कहना है, कहता रहे, जो बकना है, बकता रहे, जो माहौल बनाना है, बनाता रहे। झारखण्ड हेमन्त सोरेन के नेतृत्व में इसी प्रकार चलता रहेगा।

विद्रोही24 के पास जो समाचार छनकर आ रहे हैं। वो ये बताने के लिए काफी है कि भाजपा के ही कुछ ऐसे नेता जो वर्तमान में अपने ही प्रदेश के नेताओं से ज्यादा खफा है, जो चाहते है कि येन केन प्रकारेण सत्ता का सुख उन्हें प्राप्त हो और उसका फायदा वे अपने हित में उठा सकें। खनन के क्षेत्र में जाकर, वे अपने हाथ पीले कर सकें। इसके लिए उन सभी ने प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में बैठे लोगों को एक माहौल बनाने की जिम्मेदारी सौंपी और वे सारे लोग उनके इशारों पर माहौल बनाने में लग गये। लेकिन सच्चाई तो कुछ और है।

झामुमो के नेता कुणाल षाड़ंगी ने तो साफ कह दिया कि – हाथी घोड़े तोप तलवारें, फौज भी तेरी सारी है। जंजीरो में जकड़ा राजा मेरा, फिर भी सब पर भारी है। झारखंड में भाजपा घाटशिला का उप चुनाव हारते ही सरेंडर मोड पर है। इनके नेतागण जान चुके है कि अगले 20 साल भाजपा झारखंड के सत्ता के केंद्र में नहीं लौटेगी। इसलिए हर रोज़ एक नया शिगूफ़ा – हर रोज़ एक नया सपना। पर सब ये जान लें झारखंड ना झुका था – ना झुकेगा।

इसलिए विद्रोही24 की बातों पर विश्वास कीजिये और आराम से चादर तानकर सो जाइये। पांच दिसम्बर से झारखण्ड विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरु होने जा रहा है। उस सत्र में कैसे राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन भाजपा और आजकल प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया द्वारा बनाये जा रहे राजनीतिक माहौल का कैसे सदन में धुलाई करते हैं, उस पर ध्यान दीजिये।

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