UN Women की ‘She Leads 3’ कार्यशाला में वरिष्ठ पत्रकार अन्नी अमृता का चयन, 4–5 दिसंबर को दिल्ली में होगा आयोजन
जमशेदपुर शहर के लिए गर्व की बात है कि वरिष्ठ पत्रकार एवं सामाजिक कार्यकर्ता अन्नी अमृता का चयन UN Women द्वारा आयोजित प्रतिष्ठित नेतृत्व कार्यशाला ‘She Leads 3’ के लिए किया गया है। यह राष्ट्रीय स्तर की कार्यशाला 4 और 5 दिसंबर को नई दिल्ली में आयोजित की जाएगी, जिसमें देशभर से चुनिंदा महिलाओं को नेतृत्व प्रशिक्षण दिया जाएगा।
अन्नी अमृता के बारे में
अन्नी अमृता न केवल एक सक्रिय पत्रकार हैं, बल्कि उन्होंने वर्ष 2024 में झारखंड के जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा सीट से चुनाव भी लड़ा था। सामाजिक सरोकारों, महिलाओं के अधिकारों और सार्वजनिक जीवन में उनकी सक्रिय भागीदारी को देखते हुए उनका चयन इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम के लिए किया गया है। अन्नी अमृता ईटीवी बिहार/झारखंड/न्यूज 18 में 17 सालों और न्यूज 11 में एक वर्ष तक कार्य करने के बाद 2021 से वेब पत्रकारिता से जुड़ गईं और ‘द न्यूज पोस्ट’ और शार्प भारत के साथ काम किया। फिलहाल स्वतंत्र पत्रकारिता करने के साथ ही वे बिहार झारखंड न्यूज नेटवर्क के साथ जुड़ी हुई हैं। साथ ही, महत्वपूर्ण मुद्दों को समर्पित ‘कालीमाटी टॉक्स’ नामक एक यू ट्यूब चैनल की संस्थापक भी हैं। उन्होंने दो किताबें ‘ये क्या है’ और ‘मैं इंदिरा बनना चाहती हूं’ लिखी हैं, जो काफी चर्चित हुईं।
UN Women क्या है?
UN Women, संयुक्त राष्ट्र की वह एजेंसी है जो लैंगिक समानता, महिलाओं के अधिकार, और महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए कार्य करती है। यह संस्था विश्वभर में महिलाओं की राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक और मानवीय स्थितियों को मजबूत करने के लिए कई महत्वपूर्ण कार्यक्रम चलाती है। भारत में भी यह संस्था महिलाओं के नेतृत्व और भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए सक्रिय है।
‘She Leads’ क्या है?
She Leads, UN Women द्वारा महिलाओं के लिए आयोजित एक नेतृत्व कार्यशाला (लीडरशिप वर्कशाप) है, जिसका उद्देश्य सार्वजनिक जीवन, राजनीति, शासन और विकास के विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत महिलाओं की क्षमता को बढ़ाना है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत निम्नलिखित गतिविधियां शामिल हैं – नेतृत्व कौशल का प्रशिक्षण, नीति-निर्माण और राजनीतिक प्रक्रिया की समझ, संवाद और जनसंपर्क कौशल, नेटवर्किंग एवं देशभर की महिला नेताओं के साथ सहभागिता। ‘She Leads 3’ इस श्रृंखला का तीसरा संस्करण है, जिसके लिए पूरे देश से प्रभावी और उभरती महिला नेताओं, पत्रकारों, सामाजिक कार्यकर्ताओं तथा सार्वजनिक जीवन में सक्रिय महिलाओं का चयन किया गया है।
दिल्ली में दो दिवसीय कार्यशाला
यह कार्यशाला 4 और 5 दिसंबर को दिल्ली में आयोजित होगी, जिसमें प्रतिभागियों को विशेषज्ञों, नीति निर्माताओं और अनुभवी नेताओं से मार्गदर्शन प्राप्त होगा। कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं को नेतृत्व की भूमिका में अधिक सशक्त और प्रभावी बनाना है, ताकि वे अपने-अपने क्षेत्रों में सकारात्मक परिवर्तन ला सकें।
कार्यक्रम की प्रासंगिकता
महिला आरक्षण अधिनियम 2023 के पारित होने के बाद शी लीड्स कार्यक्रम की प्रासंगिकता काफी बढ गई है। वर्तमान में लोकसभा में महिलाओं का प्रतिनिधित्व (मात्र 14 प्रतिशत) काफी कम है, इसलिए ऐसे कार्यक्रम महिला नेताओं को सशक्त बनाने और आगामी चुनावों के लिए तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
देश के विभिन्न राज्यों की बात करें तो देश के ज्यादातर राज्यों के विधानसभा में 10 प्रतिशत से भी कम महिला सदस्य हैं। कुछ ही राज्यों में यह 10 प्रतिशत से अधिक है, जबकि मतदान में महिला मतदाता बढ-चढकर भाग लेती हैं। झारखंड की बात करें तो इस वक्त विधानसभा में 12 महिला विधायक हैं. 2000 में यहां तीन महिला विधायक थीं, जबकि 2005 में यह बढकर आठ और 2014 में नौ हो गई। 2019 में 10 महिला विधायक निर्वाचित हुईं थीं।
