अपराध

झारखण्ड सरकार की उग्रवादी आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर दस भाकपा माओवादियों ने डीजीपी के समक्ष किया सामूहिक आत्मसमर्पण

महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक, झारखण्ड, रांची के निर्देशन में झारखण्ड पुलिस, कोबरा, के0रि0पु0ब0, झारखण्ड जगुआर एवं अन्य केन्द्रीय अर्द्ध सैनिक बलों द्वारा सभी नक्सली संगठनों के खिलाफ चौतरफा कार्रवाई की जा रही है। साथ ही साथ झारखण्ड राज्य में नक्सली गतिविधियों में शामिल व्यक्तियों को मुख्य धारा में पुनः शामिल करने हेतु झारखण्ड सरकार द्वारा एक आकर्षक आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति बनाई गई है, जिसका वृहद प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।

इसका परिणाम काफी सकारात्मक रहा है। पश्चिम सिंहभूम, चाईबासा जिलान्तर्गत झारखण्ड सरकार के प्रत्यार्पण एवं पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर विगत 03 वर्षो में कुल 26 नक्सली मुख्य धारा से जुड़ चुके हैं। उल्लेखनीय है कि पश्चिम सिंहभूम (चाईबासा) जिला अन्तर्गत कोल्हान एवं सारंडा क्षेत्र में विगत कुछ वर्षो से प्रतिबंधित संगठन भा0क0पा0 (माओवादी) के इस्टर्न रिजनल ब्यूरो का संचालन केन्द्रीय समिति सदस्य मिसिर बेसरा, पतिराम मांझी उर्फ अनल, असीम मंडल, सुशांत उर्फ अनमोल, मेहनत उर्फ मोछू, अजय महतो उर्फ बुधराम, पिन्टु लोहरा, अश्विन, अमित मुण्डा, सालुका कायम एवं सागेन अंगरिया के नेतृत्व में किया जा रहा है।

इनके विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई हेतु झारखण्ड पुलिस, झारखण्ड जगुआर, कोबरा एवं के0रि0पु0ब0 की संयुक्त बलों का अभियान दल गठित कर लगातार अभियान संचालित किया जा रहा है। इसी क्रम में पश्चिम सिंहभूम, चाईबासा जिलान्तर्गत वर्ष 2022 से अबतक कुल 9631 अभियान संचालित किये गये है, जिसके फलस्वरूप विगत 03 वर्षो में कुल 175 नक्सलियों को गिरफ्तारी कर न्यायिक हिरासत में भेजा जा चुका हैं तथा मुठभेड़ में कुल 10 नक्सली मारे गये है।

इसके अतिरिक्त भारी मात्रा में विस्फोटक, हथियार, कारतूस तथा नक्सलियों द्वारा उपयोग लाये जाने वाले अन्य सामान भी बरामद किया गया है। चाईबासा जिलान्तर्गत उग्रवादी गतिविधि पर अंकुश लगाने हेतु उग्रवाद प्रभावित थाना क्षेत्र के आम जनमानस के बीच सुरक्षा भाव को बनाये रखने के लिए विगत 03 वर्षो में नये सुरक्षा कैम्पों का भी अधिष्ठापन किया गया है, जिसके परिणामस्वरूप नक्सलियों का दायरा सिमटता जा रहा है।

झारखण्ड सरकार के प्रत्यार्पण एवं पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर आज दिनांक 25.09.2025 को पुनः महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक एवं सी0आर0पी0एफ0, झारखण्ड जगुआर(एस0टी0एफ0) के वरीय पदाधिकारियों के समक्ष भा0क0पा0(माओ0) संगठन के 10 सदस्य आत्मसमर्पण कर रहे हैं। इन सभी के आत्मसमर्पण से झारखण्ड राज्य विशेषकर पश्चिम सिंहभूम, चाईबासा में माओवादियों की गतिविधि पर अंकुश लगेगा तथा यह भा0क0पा0 (माओ0) संगठन पर एक करारा प्रहार है। झारखण्ड पुलिस नक्सल गतिविधियों में शामिल व्यक्तियों से अपील करती है कि वे सभी झारखण्ड सरकार के प्रत्यार्पण एवं पुनर्वास नीति का लाभ उठाएं तथा समाज की मुख्य धारा से जुड़ें।

जिन नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया। उनके नाम इस प्रकार है – रांदो बोइपाई उर्फ क्रांति बोईपाई, गार्दी कोड़ा, जॉन उर्फ जोहन पुरती, निरसो सीदू उर्फ आशा उर्फ निराशा, घोनोर देवगम, गोमेया कोड़ा उर्फ टारजन, कैरा कोड़ा, कैरी कायम, सावित्री गोप एवं प्रदीप सिंह। इसमें रांदो बोइपाई एरिया कमेटी का सदस्य जबकि बाकी सभी दस्ता सदस्य रहे हैं। इन सभी के खिलाफ विभिन्न थानों में कई कांड दर्ज हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *