अपराध

हजारीबाग में तीन खूंखार नक्सलियों को ढेर करने के बाद, झारखण्ड पुलिस का दावा, नौ महीनों में 29 नक्सलियों का सफाया, 16 न्यायिक हिरासत तथा 20 को आत्मसमर्पण करा मुख्यधारा से जोड़ा 

महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक झारखण्ड के नेतृत्व में 01 जनवरी 2025 से अब तक झारखण्ड पुलिस, सीआरपीएफ/कोबरा/झारखण्ड जगुआर द्वारा नक्सलियों के खिलाफ संयुक्त अभियान चलाया जा रहा है। इस क्रम में अब तक कुल 29 नक्सलियों को पुलिस ने मार गिराया हैं। जिसमें भाकपा(माओ) के 21, टीएसपीसी के दो, जेजेएमपी के पांच एवं पीएलएफआई का एक नक्सली शामिल है।

इस क्रम में कुल 20 नक्सली उग्रवादियों को आत्म समर्पण कराकर मुख्य धारा में जोड़ा गया एवं 16 नक्सली उग्रवादियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। इस अभियान को आगे बढ़ाते हुए सुरक्षा बलों द्वारा आज दिनांक 15 सितम्बर को तीन शीर्ष माओवादी नक्सलियों को गोरहर थाना जिला हजारीबाग में मार गिराया गया है। मारे गये भाकपा माओवादी शीर्ष नेताओं का अपराधिक इतिहास इस प्रकार रहा है …

  1. केन्द्रीय कमेटी सदस्य प्रवेश दा उर्फ सहदेव सोरेन उर्फ कमलेश उर्फ अमलेश उर्फ अनुज, झारखण्ड सरकार द्वारा घोषित एक करोड़ का इनामी पे०-बाबुलाल सोरेन उर्फ चुरका मांझी, थाना- विष्णुगढ़, सा०-मंडारी, जिला-हजारीबाग। इसका कार्यक्षेत्र बोकारो, हजारीबाग और गिरिडीह क्षेत्र के साथ-साथ, बिहार के जमुई, मुंगेर, लखीसराय और बांका क्षेत्र में भी था। ये वर्ष 1990-91 में लालखंडी पार्टी वर्तमान में भाकपा (माओवादी) संगठन में शामिल हुआ। यह एके0-47 हथियार रखता था। यह 25-30 की संख्या में अपने दस्ता के साथ मुख्यतः गिरिडीह जिले के पारसनाथ पहाड़, बिहार के जमुई जिला, बोकारो के झुमरा पहाड़, चतरो चटटी एवं हजारीबाग जिला के विष्णुगढ़, चुरचू तथा आंगों थाना क्षेत्र में लगातार भ्रमणशील रहकर नक्सल गतिविधियों को अंजाम देता था।

इसी ने वर्ष 2006 में बाँका जिला अतंर्गत शेखर थाना पर आक्रमण कर हथियार लूट की घटना को अंजाम दिया था। झारखण्ड राज्य के गिरिडीह जिला अंतर्गत देवरी थाना के चिलखारी गांव में झारखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के भाई मुनुलाल मरांडी एवं उनके पुत्र सहित 20 लोगों की हत्या इसी के दस्ते ने की थी।

इसी के दस्ते ने वर्ष 2008 में 01 जनवरी को मुंगेर जिला ऋषि कुण्ड पर्यटन स्थल में 04 सैप जवानों पर हमले कर उनकी हत्या कर दी थी तथा उनसे हथियार लूट लिये थे। वर्ष 2004-05 में गिरिडिह के पचम्बा में होमगार्ड कैम्प पर हमला कर 183 रायफल लूट लिये थे। वर्ष 2011 में लखीसराय में पुलिस पार्टी के उपर हमला कर दिया। इस हमले में पुलिस पार्टी को काफी नुकसान उठाना पड़ा। इस घटना में तकरीबन 10 पुलिस कर्मी मारे गये तथा करीब 35 हथियार लूट लिये गये थे। दिनांक 30.11.13 को जमालपुर और रतनपुर मुंगेर के बीच इंटरसिटी ट्रेन में हमला कर तीन सरकारी रेल पुलिस कर्मियों की हत्या कर दी थी।

दिनांक 10.04.14 को गंगटा मुंगेर में नक्सलियों द्वारा लगाये गये एम्बुश में 131 बटालियन के दो जवानों की मौत हो गई एवं 09 जवान घायल हो गये। दिनांक 17.09.18 को पांडेय टीका बरहट जिला जमुई को पुलिस मुखबिरी के आरोप में एसएसबी जवान सिकंदर यादव को गोली मार कर हत्या कर दी थी। दिनांक 23.12.21 को अजिमगंज पंचायत के नव निर्वाचित मुखिया परमानंद टुड्डू, पिता-श्याम सुंदर टुड्डू, सा. मथुरा, थाना-लड़ईयाटांड, जिला मुंगेर को नक्सलियों द्वारा हत्या कर दिया गया था।

  1. रघुनाथ हेम्ब्रम उर्फ शिबु मांझी उर्फ निर्भय उर्फ बिरसेन उर्फ चंचल, झारखण्ड सरकार द्वारा घोषित 25 लाख का इनामी सैक सदस्य पे0-बासू हेम्ब्रम सा0-जरीडीह, थाना-डुमरी, जिला-गिरिडीह। इसका कार्यक्षेत्र झारखंड राज्य के बोकारो, हजारीबाग और गिरिडीह क्षेत्र रहा है। इसके विरूद्व कुल दर्ज काण्डों की संख्या 58 है। उक्त क्रियावादी, वर्ष 1993 में एमसीसीआई वर्तमान में भाकपा (माओ) संगठन में शामिल हुआ। इसके द्वारा निम्नलिखित घटनाओं को अंजाम दिया गया।

इसी ने वर्ष 1998 में आम चुनाव के समय झुमरा पहाड़ पर चुनाव कराने जा रहे बीएसएफ की गाड़ी को विस्फोट कर उड़ाने की घटना हुई। जिसमें कई जवान शहीद हो गये। वर्ष 1998 में बोकारो जिलान्तर्गत ग्राम चतरो चट्टी के पुलिस शिविर को उड़ाने की घटना में यह शामिल था। वर्ष 1998 में विष्णुगढ़ थाना अंतर्गत गोदनीटांड गांव में मिथिलेश सिंह के दस्ता के साथ मिलकर सात लोगों की हत्या की घटना में शामिल यह शामिल था। वर्ष 2000 में विधानसभा चुनाव के समय बहने जंगल थाना विष्णुगढ़ में पुलिस बल की गाड़ी उड़ाने की घटना को अंजाम दिया था, जिसमें एक पुलिस कर्मी शहीद हुआ। दिनांक 01.06.2006 को चाईबासा जिलान्तर्गत किरूबुरू के कालैत गांव के पास पुलिस गाड़ी को विस्फोट कर उड़ाने की घटना, जिसमें 12 पुलिसकर्मी शहीद हुए।

  1. बीरसेन गंझु उर्फ खेलावन गंझु उर्फ रामखेलावन उर्फ छोटा बीरसेन, झारखण्ड सरकार द्वारा घोषित 10 लाख का इनामी जोनल सदस्य पे0-सोमर गंझु उर्फ गुरूजी उर्फ भंडोरी गझुं साकिन बकचुंबा थाना-केरेडारी, जिला-हजारीबाग। इसका कार्यक्षेत्र झारखंड राज्य के बोकारो, हजारीबाग और गिरिडीह क्षेत्र रहा है। इसके विरूद्व कुल दर्ज काण्डों की संख्या 36 है।

उक्त क्रियावादी वर्ष 1995-96 में एमसीसीआई वर्तमान में भाकपा (माओ) संगठन में शामिल हुआ। इसने निम्निलिखित घटनाओं को अंजाम दिया। वर्ष 2015 में सारंडा से वापस आते समय तैमारा घाटी में पुलिस के साथ मुठभेड़ की घटना में यह शामिल था। 2019-20 में राजडेरवा में पुलिस के साथ मुठभेड़ में शामिल था। 2019-20 में राजडेरवा में पुलिस के साथ मुठभेड़, जिसमें एक सीआरपीएफ जवान गोली लगने से घायल हुआ था। जून-जुलाई 2022 में डाकासाढ़ोम में पुलिस के साथ मुठभेड़ में शामिल था। 24 जनवरी 2022 को धमधड़वा में पुलिस के साथ मुठभेड़ में शामिल था।

झारखण्ड पुलिस, जगुआर, सीआरपीएफ, कोबरा-209 आदि के संयुक्त बलों के निरंतर अभियान के कारण भाकपा माओवादी के शीर्ष नेता सहदेव सोरेन के दस्ते के साथ दिनांक-22.01.25., 21.04.25, 16. 07.25 मे मुठभेड़ हुआ, जिसमें कुल-11 नक्सलियों को मार गिराने की सफलता मिली है। इसमें से प्रयाग मांझी सीसीएम ( एक करोड़ का इनामी) भी शामिल है। इसके साथ ही बिहार द्वारा तीन लाख का इनामी अरविन्द यादव के साथ-साथ दस लाख का इनामी गंगाराम उर्फ पवन लंगरा, महेश, तालो दी, महेश मांझी, रंजू मांझी, कुंवर मांझी, बालदेव मांझी, शांति देवी, मनोज टुडू के नाम भी शामिल हैं।

झारखण्ड पुलिस ने दावा किया है कि इस संयुक्त अभियान में सहदेव सोरेन उर्फ प्रयाग दा (सीसीएम), रघुनाथ हेम्ब्रम उर्फ शिबू मांझी, उर्फ निर्भय उर्फ बीरसेन, उर्फ चंचल (एसएसी) एवं बीरसेन गंझू, उर्फ खेलावन गंझू, उर्फ रामखेलावन उर्फ छोटा बीरसेन (जेडसीएम) के दस्ते की कमर टूट गई।

महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक झारखण्ड रांची के र्निदेशानुसार हजारीबाग जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में लगातार नक्सल विरोधी अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में दिनांक 14-15.09. 2025 को हजारीबाग पुलिस को गुप्त सूचना प्राप्त हुई कि भाकपा (माओवादी) उग्रवादी संगठन के सहदेव सोरेन उर्फ प्रयाग दा (सीसीएम), रघुनाथ हेम्ब्रम उर्फ शिबू मांझी, उर्फ निर्भय उर्फ बीरसेन, उर्फ चचंल (एसएसी) एवं बिरसेन गंझू, उर्फ खेलावन गंझू उर्फ रामखेलावन उर्फ छोटा बीरसेन (जेडसीएम) का दस्ता किसी बड़ी घटना को अंजाम देने हेतु हजारीबाग-गिरिडीह जिला के सीमावर्ती क्षेत्र गोरहर थाना अंतर्गत पांतीतरी जंगल में भ्रमणशील है।

प्राप्त सुचना के सत्यापन एवं अग्रतर कार्रवाई हेतु 209 कोबरा बटालियन, गिरिडीह एवं हजारीबाग पुलिस की टीम को संयुक्त रूप से आसूचना संकलन कर कार्रवाई हेतु एक विशेष अभियान चलाया गया। अभियान में निकली टीम जैसे ही गोरहर थाना अंतर्गत पांतीतरी जंगल में पहुंची। भाकपा (माओ) के दस्ते ने पुलिस को लक्षित कर अंधाधुंध फायरिंग एवं ग्रेनेट से हमला कर दिया। 209 कोबरा बटालियन, गिरिडीह एवं हजारीबाग पुलिस टीम द्वारा जवाबी कार्रवाई की गई। मुठभेड़ में भाकपा (माओवादी) सहदेव

सोरेन उर्फ प्रयाग दा, रघुनाथ हेम्ब्रम उर्फ शिबू मांझी, उर्फ निर्भय उर्फ बीरसेन, उर्फ चंचल एवं बीरसेन गंझू, उर्फ खेलावन गंझू, उर्फ रामखेलावन उर्फ छोटा बिरसेन को संयुक्त टीम द्वारा मार गिराया गया है। इस अभियान में कोबरा 209 के दो जवान ग्रेनेड के स्पलेन्टर लगने से घायल हुए हैं उनका इलाज मेदांता रांची में चल रहा है, दोनों खतरे से बाहर हैं।

इस वर्ष-2025 में लगातार हुए अभियान के कारण बोकारो जिला के लुगु एवं झुमरा क्षेत्र तथा गिरिडीह जिला के पारसनाथ क्षेत्र को भाकपा माओवादी के प्रभाव से पूरी तरह मुक्त किया गया है। झारखण्ड पुलिस का कहना है कि वे चाहेंगे कि सारे नक्सली झारखण्ड राज्य की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति का लाभ उठाकर समर्पण करें एवं झारखण्ड राज्य की मुख्य धारा में शामिल होकर विकास में योगदान करें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *