पासवा के माध्यम से ग्रीन झारखंड की संकल्पना को साकार करने के लिए झारखंड के स्कूली बच्चे मना रहे हैं पर्यावरण जागरूकता सप्ताह
पासवा (पब्लिक स्कूल्स एण्ड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन) के राष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार दूबे के दिशा-निर्देशन में झारखंड के विभिन्न जिलों में निजी विद्यालयों के लाखों विद्यार्थियों के बीच “पर्यावरण जागरूकता सप्ताह” उत्साहपूर्वक मनाया जा रहा है। इस पहल का उद्देश्य स्कूली बच्चों में पर्यावरण संरक्षण के प्रति सजगता और सक्रिय भागीदारी को बढ़ावा देना है।
इस विशेष सप्ताह के अंतर्गत प्रदेश भर के विद्यालयों में भाषण प्रतियोगिता, निबंध लेखन, पेंटिंग तथा पौधारोपण जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। आलोक कुमार दूबे ने जानकारी दी कि झारखंड में 47,000 से अधिक निजी विद्यालय हैं, जिनमें लाखों बच्चे पढ़ते हैं। ऐसे में पर्यावरण के प्रति जन-जागरूकता फैलाने का सबसे प्रभावी माध्यम ये विद्यालय और उनके विद्यार्थी बन सकते हैं।
ग्रीन झारखंड अभियान के तहत राज्य भर में 50 लाख से अधिक पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसे विद्यालयों के बच्चे अपने अभिभावकों की मदद से सफलतापूर्वक पूरा करने में जुटे हैं। इस अभियान का मूल उद्देश्य केवल पौधारोपण नहीं, बल्कि पर्यावरण संरक्षण को एक जीवनशैली बनाना है।
इसी क्रम में चतरा जिले के गॉडफ्रे स्कूल में आज पासवा के तत्वाधान में निबंध एवं पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। यह आयोजन पासवा के प्रदेश महासचिव नीरज कुमार के नेतृत्व में सम्पन्न हुआ। बच्चों ने “हमारा पर्यावरण, हमारी जिम्मेदारी” जैसे विषयों पर रचनात्मक प्रस्तुतियां दीं, जो भविष्य के लिए एक सकारात्मक संकेत हैं।
इस अवसर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार दूबे ने विद्यालय परिवार और नन्हें विद्यार्थियों को पर्यावरण जागरूकता की दिशा में उनके प्रेरणादायक योगदान के लिए बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने यह भी घोषणा की कि बहुत जल्द पासवा द्वारा उन विद्यालयों और विद्यार्थियों को सम्मानित किया जाएगा, जो इस अभियान में विशेष योगदान दे रहे हैं।
राष्ट्रपति अवार्डी सुश्री फलक फातिमा ने कहा पासवा का यह प्रयास न केवल स्कूली शिक्षा को सामाजिक सरोकारों से जोड़ता है, बल्कि बच्चों के मन में बचपन से ही प्रकृति के प्रति प्रेम और संरक्षण की भावना भी विकसित करता है।