धनबाद को आध्यात्मिक नगरी बनाने का प्रयास रामकृष्ण विवेकानन्द स्वाध्याय सेवा ट्रस्ट ने उठाया, पांच जुलाई को पहली बार धनबाद में जुटेंगे रामकृष्ण मिशन से जुड़े देश के 24 प्रतिष्ठित संन्यासी
ऐसे तो धनबाद का नाम सुनते ही लोगों के मन में तरह-तरह के ख्याल आने लगते हैं। लेकिन आप सुनकर हैरान रह जायेंगे कि अब धनबाद जल्द ही आध्यात्मिक नगरी के रूप में भी जाना जानेवाला है। धनबाद को आध्यात्मिक नगरी में परिवर्तित करने का भागीरथी प्रयास करने का दृढ़ संकल्प रामकृष्ण विवेकानन्द स्वाध्याय सेवा ट्रस्ट ने प्रारंभ किया है। ऐसे तो इस ट्रस्ट की स्थापना वर्ष 2022 में की गई थी। लेकिन बड़े ही कम समय में इस संस्था ने यहां अध्यात्म की ऐसी गंगा बहाई है कि आज धनबाद के बुद्धिजीवियों में यह चर्चा का विषय बन गया है।
धनबाद के बुद्धिजीवियों ने विद्रोही24 को बताया कि रामकृष्ण विवेकानन्द स्वाध्याय सेवा ट्रस्ट से जुड़े सभी लोगों का प्रमुख लक्ष्य वैदिक मूल्यों का प्रसार करना है। ट्रस्ट भगवान श्रीरामकृष्ण, श्री मां सारदा देवी और स्वामी विवेकानन्द की शाश्वत शिक्षाओं को जन-जन तक पहुंचाने में जुटा है। शिव भाव से जीव सेवा के मंत्र को आत्मसात् करते हुए, यह संस्था न केवल आध्यात्मिक ज्ञान को बढ़ावा देने का प्रयास कर रही है। बल्कि वैदिक संस्कृति के मूल्यों को समाज में पुनर्स्थापित करने का महत्वपूर्ण कार्य भी कर रही है।
लोग बताते हैं कि इस ट्रस्ट का एक उद्देश्य युवा शक्ति का जागरण करना भी है। वर्ष 2024 में इस ट्रस्ट ने रामकृष्ण मिशन रांची के सहयोग से नया भारत गढ़ो अभियान में हिस्सा लेकर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इस अभियान से इस ट्रस्ट ने 2500 स्कूली बच्चों को जोड़ा था। ऐसे भी स्वामी विवेकानन्द का कहना था कि “उठो, जागो और तब तक रुको मत, जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए।” इसी भाव को युवा पीढ़ी में जागृत करने का इनका अभियान था।
धनबादवासियों का कहना है कि प्रतिवर्ष भगवान श्रीरामकृष्ण और मां सारदा देवी और स्वामी विवेकानन्द जी की जन्मतिथि पर ट्रस्ट विशेष आयोजन करता है। पिछले वर्ष ही रामकृष्ण मिशन के संन्यासियों के मार्गदर्शन में प्रवचन, संगीत कार्यक्रम और प्रसाद वितरण जैसी गतिविधि यहां आयोजित की गई थी। इन कार्यक्रमों का मूल उद्देश्य भी युवाओं में महान विभूतियों के आचरणों को उनमें जागृत करना था।
इस संस्था के सचिव बिकेश कुमार सिंह ने विद्रोही24 को बताया कि आगामी पांच जुलाई को रामकृष्ण विवेकानन्द स्वाध्याय ट्रस्ट के प्रार्थना कक्ष और भवन का उद्घाटन होना है। इस अवसर पर यहां प्रभात फेरी भी निकाली जायेगी। पूजा, हवन, आरती के साथ-साथ पूरे देश से रामकृष्ण मिशन से जुड़े करीब 24 संन्यासियों का उद्बोधन भी होगा।
सचिव बिकेश कुमार सिंह ने बताया कि धनबाद में यह पहला कार्यक्रम होगा, जहां इतनी बड़ी संख्या में रामकृष्ण मिशन से जुड़े संन्यासियों का आगमन होगा और लोग उनके उद्बोधन से लाभान्वित होंगे। इनमें प्रमुख संन्यासियों का नाम इस प्रकार है – श्रीमत् स्वामी गिरिशानन्द जी महाराज, उपाध्यक्ष, रामकृष्ण मठ एवं मिशन, बेलूर मठ, स्वामी नटराजानंद जी महाराज, अध्यक्ष रामकृष्ण मठ घाटशिला, स्वामी अमृतरूपानंद जी महाराज, सचिव, रामकृष्ण मिशन, जमशेदपुर, स्वामी भावात्मानन्द जी महाराज, सचिव, रामकृष्ण मिशन, मुजफ्फरपुर, स्वामी सोमात्मानन्द जी महाराज, रामकृष्ण मिशन, आसनसोल, बंगाल आदि।