राजनीति

झामुमो के मीडिया पैनलिस्ट में शामिल सभी नेताओं को मिली हिदायत, स्वयं को प्रवक्ता या केन्द्रीय प्रवक्ता न समझे

झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के महासचिव विनोद कुमार पांडेय ने एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से पार्टी के सभी मीडिया पैनलों के सदस्यों को हिदायत दी है कि वे स्वयं को प्रवक्ता या केन्द्रीय प्रवक्ता समझने की भूल न करें। वे सिर्फ इतना याद रखें कि वे केवल पार्टी की ओर से पक्षकार बनाये गये हैं।

महासचिव विनोद कुमार पांडेय का कहना है कि गत 28 मई को झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के निर्णयों, कार्यक्रमों एवं सम-सामयिक विषयों पर समाचार चैनलों, समाचार पत्रों, वेब मीडिया, अन्य समाचार माध्यमों इत्यादि में पार्टी का पक्ष रखने के लिए पैनल जारी की गई थी। परन्तु आये दिन ऐसा देखा जा रहा है कि उक्त पैनल में शामिल कुछ पक्षकार यानी मीडिया पैनलिस्ट स्वयं को प्रवक्ता या केन्द्रीय प्रवक्ता के तौर पर प्रस्तुत कर रहे हैं।

इसलिए 28 मई को घोषित पैनल के सभी सदस्यों को हिदायत दी गई है कि समाचार चैनलों, समाचार पत्रों, वेब मीडिया, अन्य समाचार माध्यमों में पार्टी का पक्ष रखते समय स्वयं को पार्टी के पक्षकार यानी मीडिया पैनलिस्ट के रूप में ही प्रस्तुत करें, न कि प्रवक्ता या केन्द्रीय प्रवक्ता के रूप में।

ज्ञातव्य है कि 28 मई को झामुमो के पक्षकार के रूप में ग्यारह लोगों के नामों की सूची पार्टी की ओर से जारी की गई थी। जिसमें सरफराज अहमद, मिथिलेश ठाकुर, पंकज मिश्रा, विजय हांसदा, महुआ माजी, विकास कुमार मुंडा, नीलम मिश्रा, अशोक कुमार सिंह, मनोज यादव, तनुज खत्री और धीरज दूबे का नाम शामिल था।