निषिद्ध मादक पदार्थों के दुरुपयोग को रोकने हेतु जागरूकता कार्यक्रम के सफल संचालन हेतु मास्टर ट्रेनरों के प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन किया वंदना दादेल ने
राज्य सरकार राज्य में निषिद्ध मादक पदार्थों की रोकथाम को लेकर गंभीर है। इसी के मद्देनजर मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने विभिन्न विभागों को निषिद्ध मादक पदार्थों के दुरुपयोग की रोकथाम हेतु आवश्यक दिशा निदेश दिए हैं। इसी क्रम में गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने निषिद्ध मादक पदार्थों के दुरुपयोग को रोकने हेतु जागरूकता प्रसारित करने के निमित मास्टर ट्रेनर को प्रशिक्षण देने का कार्यक्रम डोरंडा स्थित शौर्य सभागार में आयोजित किया गया है।
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 20 से 23 मई तक आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम का उद्घाटन गृह, आपदा एवं प्रबंधन विभाग की प्रधान सचिव वंदना दादेल ने किया। मंगलवार को दक्षिणी छोटानागपुर के मास्टर ट्रेनर का प्रशिक्षण कार्यक्रम हुआ। निषिद्ध मादक पदार्थों के दुरुपयोग को रोकने हेतु जागरूकता कार्यक्रम के सफल संचालन हेतु विभिन्न विभागों/कार्यालयों के पदाधिकारियों/कर्मियों को मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षित करने हेतु प्रमंडलवार एक-एक दिन का प्रशिक्षण कार्यक्रम दिनांक 20 से 23 मई तक कुल चार दिनों का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।
जिसमें 20 मई को दक्षिणी छोटानागपुर, 21 मई को उत्तरी छोटानागपुर, 22 मई को संथाल परगना और 23 मई को कोल्हान एवं पलामू प्रमंडल के मास्टर ट्रेनर को प्रशिक्षण दिया जाएगा। कार्यक्रम के पहले दिन ड्रग और मादक पदार्थ के सेवन से लोगों को कैसे रोका जाय, संभावित उपचार क्या हैं, मादक द्रव्यों के सेवन से स्वास्थ्य संबंधी प्रभाव और कानून संबंधी जानकारी विशेषज्ञों द्वारा दी गई।
साथ ही बताया गया कि जागरूकता को प्रभावशाली बनाने के स्थानीय स्तर पर क्या क्या उपाय हो सकते हैं। राज्य में नशा मुक्ति के लिए SHG, NYKS, युवा क्लब सहित अन्य संस्थानों की भूमिका किस तरह की होनी चाहिए? कार्यक्रम में बताया गया कि नशे की शिकार युवाओं को नशामुक्ति हेतु किस तरह से सहायता दी जा सकती है।
विभिन्न विभागों के मास्टर ट्रेनर निषिद्ध मादक पदार्थों के दुरुपयोग की रोकथाम हेतु जागरूकता को सफल बनाने के लिए प्रशिक्षण प्राप्त किया । जिसमें स्कूली, शिक्षा एवं साक्षरता विभाग, उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग, महिला ,बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग, स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग, पर्यटन, कला संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग, झारखंड पुलिस, झारखंड राज्य आजीविका प्रोत्साहन सोसाइटी एवं वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के मास्टर ट्रेनर ने प्रशिक्षण प्राप्त किया है।