जातीय प्रेम के आधार पर आदित्य साहू को टिकट और फिर उसे साधारण कार्यकर्ता बताकर वाहवाही, ये सिर्फ तुम ही कर सकते हो भाजपाइयों
भाजपा के प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू को राज्यसभा का टिकट मिलना और इसे भाजपा के साधारण कार्यकर्ता को टिकट मिलने
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Read moreहेमन्त सरकार में शामिल कांग्रेस कोटे से बने मंत्री बन्ना गुप्ता ने दिल खोलकर संघ के स्वयंसेवकों को अयोध्या में बन रहे श्रीराममंदिर के लिए 11000 रुपये का चेक प्रदान किया। बन्ना गुप्ता संभवतः राज्य के पहले मंत्री हैं, जिन्होंने श्रीराम मंदिर निर्माण में अपनी भूमिका तय कर दी। बन्ना गुप्ता जमशेदपुर पश्चिम से कांग्रेस के विधायक है। उन्होंने यह चेक आज जमशेदपुर में संघ के स्वयंसेवकों को तब सौंपा,
Read moreआज सोशल साइट पर एक पोस्ट खूब वायरल हो रहा है, जिसे लोग बड़ी ही चटकारे लेकर पढ़ रहे हैं। साथ ही संघ के एक विभाग प्रचारक पर जमकर छींटाकशी भी कर रहे हैं। लोगों का ये कहना है कि जनाब अभी तो विभाग प्रचारक हैं, तो ये कमाल दिखा रहे हैं। जब प्रांत प्रचारक बनेंगे तो क्या करेंगे? दरअसल झारखण्ड उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर हुई है। बताया जा रहा है कि जनहित याचिका में संघ के एक विभाग प्रचारक के रिश्तेदारों के भी नाम है।
Read moreधनबाद के झरिया में रहनेवाले सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ता तथा भाजपा के कट्टर समर्थक कृष्णा अग्रवाल ने अपने मारवाड़ी सम्मेलन झरिया के अध्यक्ष ओम प्रकाश अग्रवाल को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने अपनी पीड़ा व्यक्त कर दी है। यह पीड़ा मारवाड़ी समाज को राजनीतिक प्रतिनिधित्व न मिलने को लेकर है। आखिर इन्होंने अपने पत्र में क्या लिखा है? उस पर ध्यान दें। पत्र में लिखा है कि…
Read moreभगवान कृष्ण की तरह अंतिम-अंतिम तक युद्ध को टालने के प्रयास के बावजूद जैसे महाभारत का युद्ध हुआ, ठीक उसी प्रकार राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास द्वारा अपहृत भाजपा से बार-बार मिल रहे अपमान के बावजूद जमशेदपुर पश्चिम के विधायक एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने अंतिम-अंतिम तक कोशिश की, कि वे भाजपा और रघुवर के खिलाफ युद्ध न लड़ें।
Read moreझारखण्ड के CM रघुवर दास के आगे आत्मसमर्पण करनेवाले संघ के नीति-निर्धारकों व पदाधिकारियों को चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए, क्योंकि इन सब ने संघ के निष्ठावान व संघ के लिए मर-मिटनेवाले स्वयंसेवकों से ज्यादा दूसरे दलों से आयातित दलबदलूओं, यौन-शोषकों, हत्या व दवा घोटालों के आरोपियों पर ज्यादा भरोसा किया। भरोसा उन पर किया, जिनकी कई चुनावों में जमानत तक जब्त हो चुकी हैं,
Read moreसबसे पहले एक संघ गीत सुनिये, पहले यह गीत संघ की शाखाओं में खुब गाया जाता था, कभी–कभार यह गीत आज भी यत्र-तत्र सुनाई दे जाता हैं, उसके बोल थे… “धर्म के लिए जिये, समाज के लिए जिये, ये धड़कनें, ये श्वास हो, पुण्यभूमि के लिए, कर्मभूमि के लिए…” सच पूछिये, जिसने भी यह गीत लिखा होगा, वह यही सोचकर लिखा होगा कि यह गीत गानेवाले लोग इसके मर्म को समझेंगे और सचमुच देश और समाज से प्यार करना सीखेंगे।
Read moreबात 60-70 के दशक की है, जब भाजपा दूसरे नामों से जानी जाती थी, हालांकि लोकसभा व विधानसभाओं में इस पार्टी के इक्के-दूक्के विधायक हुआ करते थे, पर इनके नेताओं की जादूगरी आम जनता के बीच सर-चढ़कर बोला करती थी। जब यह पार्टी 1980-1990 के दशक में भारतीय जनता पार्टी के रुप में उभरी, तब भी यह पार्टी अन्य पार्टियों की तुलना में कुछ अलग दिखती थी।
Read moreतुम कार्यकर्ता हो, तुम संघ के स्वयंसेवक हो, तुम गालियां ही खाने के लिए बने हो और जब तक जिन्दा रहोगे, देश और पार्टी के नाम पर गालियां खाते रहो और हम तुम्हारी छाती पर पांव रखकर देशसेवा का ढोंग कर, अपने परिवार अथवा प्रेमी-प्रेमिकाओं का भरण-पोषण करते रहेंगे, अपने जीवन-स्तर को बेहतर बनाते रहेंगे, और रही बात तुम पर कृपा की, तो ये तुम्हारी किस्मत है,
Read moreमाफ करियेगा राहुल गांधी जी, हमें नहीं लगता कि आप इन्दिरा गांधी जैसी महान जीवट महिला नेतृ के परिवार से आते हैं, क्योंकि आपने जिस प्रकार चुनाव, भाजपा और विभिन्न संवैधानिक संस्थाओं पर चोट करते हुए अपनी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया, वह यहीं कह रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इन्दिरा गांधी ने अनेक झंझावातों को सहा पर उन्होंने कभी भी संवैधानिक संस्थाओं पर न तो अंगुलियां उठाई और न ही अपने विरोधियों से हार मानी,
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