प्रभात खबर
प्रभात खबर व दैनिक जागरण ने भी ‘महापर्व छठ के अर्घ्य के समय’ को लेकर वही पाप किया है, जो दैनिक भास्कर ने किया
जिन-जिन छठव्रतियों अथवा छठव्रतियों के परिवार के लोगों ने दैनिक भास्कर ही नहीं, प्रभात खबर और दैनिक जागरण को भी
Read moreब्लैकमेलर पत्रकार के खिलाफ तीन साल पहले ऑनलाइन शिकायत करने के बाद भी प्राथमिकी दर्ज नहीं, HC ने मांगी अद्यतन रिपोर्ट
तीन साल पहले एक ब्लैकमेलर पत्रकार के खिलाफ झारखण्ड उच्च न्यायालय के वरीय अधिवक्ता अभय कुमार मिश्रा ने ऑनलाइन प्राथमिकी
Read moreट्विट के माध्यम से गुस्सा रहे बाबूलाल को भी स्वीकारना होगा कि भाजपा शासनकाल में भी पत्रकारों को झूठे मुकदमें में फंसा, शोषण किया गया
झारखण्ड के प्रथम मुख्यमंत्री व वर्तमान में भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी गुस्से में हैं। वे जमकर ट्विटर
Read moreप्रभात खबर को गलतफहमी, वो है तो हेमन्त की सत्ता है, वो संतुष्ट नहीं तो सरकार भी नहीं, CM हेमन्त से जुड़ी खबरों को अपने अखबार में नहीं दी जगह
रांची से प्रकाशित प्रभात खबर को लगता है कि वो मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन से जुड़ी समाचारों को अपने अखबारों में
Read more“प्रभात खबर” ने कोबाड घांदी की आपत्तियों को स्वीकारा, अपने अखबार में फिर से उनके बयान को छापकर, अपनी गलतियां सुधारी
प्रभात खबर ने एक तरह से अपनी गलती स्वीकार कर ली। जिस बयान पर मार्क्सवादी विचारक कोबाड घांदी को आपत्ति
Read moreकोबाड घांदी का बयान – मैंने नहीं कहा, “माओवादी भी अब भ्रष्टाचारी हो गये हैं” प्रभात खबर ने झूठी खबर छापी, स्पष्टीकरण छापे अखबार
मार्क्सवादी विचारक कोबाड घांदी को इस बात पर आपत्ति है कि जो बातें उन्होंने कही ही नहीं, उन बातों को
Read moreक्या CM हेमन्त से ED के द्वारा पूछे जानेवाले सवाल ‘प्रभात खबर’ व ‘दैनिक भास्कर’ ने तैयार किये थे या जब ED के लोग CM हेमन्त से सवाल पूछ रहे थे तो दोनो अखबारों के प्रतिनिधि भी वहां मौजूद थे?
भाई, जब से मैंने रांची से प्रकाशित आज का अखबार ‘प्रभात खबर’ व ‘दैनिक भास्कर’ देखा है। मेरा दिमाग घुम
Read moreमहापर्व छठ को लेकर बिहार/झारखण्ड के अखबारों/चैनलों के पास बतकुचन/बकैती के सिवा और क्या हैं?
सबसे पहले छठ को लेकर अखबारों या चैनलों में छपनेवाले या दिखाये जानेवाले बतकुचनों पर ध्यान दीजिये… रांची से प्रकाशित
Read moreउसे सारा शहर ‘लायन’ के नाम से जानता था, पर झारखण्ड के नेता खुद को ‘टाइगर’ कहलाना ज्यादा पसन्द करते हैं और पत्रकार भी ‘टाइगर’ कह गौरवान्वित होते हैं
70 के दशक में हिन्दी सिनेमा के सुप्रसिद्ध खलनायक रह चुके ‘अजीत’ को कौन नहीं जानता? फिल्म ‘कालीचरण’ में उनका
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