झारखण्ड सिविल सोसाइटी ने लोगों को सावधान किया -‘बच के रहना झारखण्डवालों, अपने चौकीदारों से’
ये पंक्तियां राज्य की जनता के दर्द को बयां करती हैं। कोई भी कविताएं ऐसे ही जुबां पर नहीं आ जाती, वह तभी आती है, जब दर्द बर्दाश्त के बाहर हो, जरा देखिये राज्य के क्या हालात कर दिये हैं, राज्य की रघुवर सरकार ने? अगर झारखण्ड सिविल सोसाइटी ने राज्य की जनता से यह कह दिया कि बच के रहना झारखण्डवालों, अपने चौकीदारों से, तो ये गलत थोड़े ही हैं।
Read more