पहाड़िया जनजाति के दरवाजे पर विकास की दस्तक, पहली बार रोशन हुए गांव, घरों तक पहुंचा पेयजल

संतालपरगना स्थित गोपीकांदर प्रखंड की पहाड़ियों पर निवास करने वाले पहाड़िया जनजाति के दिन बहुर रहे हैं। राज्य सरकार पहाड़िया जनजाति के दरवाजे पर विकास की दस्तक दे रही है। उनके घरों को रोशन कर गांव तक शुद्ध पेयजल पहुंचाया जा रहा है। गौरतलब है कि हेमन्त सोरेन ने मुख्यमंत्री बनते ही सभी उपायुक्तों को यह सुनिश्चित करने का आदेश दिया था कि कमजोर जनजातीय समूहों के लोग मूलभूत जरूरतों, यथा पानी, बिजली, स्वास्थ्य समेत अन्य सुविधाओं से आच्छादित होने चाहिए।

Read more

क्या CM साहेब, 2018 बीत गया, कहां हैं 24 घंटे बिजली, वादा याद है न, जनता के बीच वोट मांगने मत जाइयेगा

“झारखण्ड में कोयले का भंडार है, इसके बाद भी झारखण्ड को बाहर से बिजली खरीदनी पड़ती है, यह दुखद स्थिति है। इसके पूर्व की सरकारों ने ऊर्जा के विकास के लिए कोई काम नहीं किया। 2018 तक राज्य के 32 हजार गांवों के 68 लाख घरों तक न सिर्फ बिजली पहुंच जायेगी, बल्कि सातों दिन 24 घंटे बिजली आपूर्ति भी की जायेगी, यदि ऐसा नहीं कर पाये, तो वे 2019 के चुनाव में जनता से वोट मांगने नहीं जायेंगे।”

Read more

आग लगे ऐसी पढ़ाई को, जो अपने घर-गांव-देश, सभ्यता-संस्कृति तथा अपनी जड़ों से ही हमें काट दें

भाई, आज बहुत दिनों के बाद एक गीत ने हमें अंदर से झकझोर दिया, ये झिंझरी गीत है, जो बिहार के गांवों में खेला और गाया जाता है, जरा इसके बोल देखिये, अगर आप इस गीत को सुनकर न थिरके और इसके बोल न गुनगुना उठे, तो फिर कहिये… बोल है – ‘तोहरे अंगनवा बरम बाबा, जुड़वा बनइलीय हो, ए बरम बाबा जुड़वा बनइलीय हो, ए बरम बाबा जुड़वा पर होइयउ असवार, अबोधवा, बालक तोहर गीतियो रे जनइछ हो…’

Read more

संपूर्ण विपक्ष खूंटी के घाघरा में, पुलिसिया दहशत से पूरा गांव खाली, खेती-बाड़ी ठप

आज संपूर्ण विपक्ष खूंटी के घाघरा गांव में वहां की अद्यतन स्थिति जानने को पहुंचा, पूर्वाह्ण 10 बजे जैसे ही विपक्षी दलों का एक प्रतिनिधिमंडल घाघरा पहुंचा, उसने देखा कि पूरा गांव खाली है, सन्नाटा पसरा है, जो आठ-दस लोग मिले भी, तो वे या तो लाचार है या विभिन्न बिमारियों से ग्रस्त थे। प्रतिनिधिमंडल में शामिल कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता थियोडोर किड़ो ने विद्रोही 24.कॉम को बताया

Read more

बदल गई बिहार के गांवों-मुहल्लों-शहरों में भोज-भात की व्यवस्था, पुराने आयटम पूरी तरह समाप्त

पहले बिहार के गांवों-कस्बों, मुहल्लों और शहरों में, किसी के घर में छट्ठी, अन्नप्राशन, मुंडन, जनेऊ, सत्यनारायण की पूजा, विवाह अथवा श्राद्ध होता, तो हर घर में एक ही प्रकार का आयटम दिखाई देता और सभी मिलकर जेवनार का आनन्द लेते, कोई भेदभाव नहीं, कोई ज्यादा दिखावा नहीं, बस सभी को पता है कि जहां जीमने जा रहे है, वहां किस प्रकार के भोजन उपलब्ध होंगे।

Read more

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी केवल ये बता दें कि क्या झारखण्ड भारत में नहीं है?

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी केवल ये बता दें कि क्या झारखण्ड भारत में नहीं है? यह सवाल इसलिए कि अगर झारखण्ड भारत में होता तो कम से कम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी न तो कल ट्वीट करते और न ही आज फुल पेज के विज्ञापन के माध्यम से अपना पीठ थपथपाते हुए ये कह रहे होते कि उन्होंने भारत के प्रत्येक गांव में बिजली पहुंचाने का वादा पूरा कर दिया, सच्चाई यह है कि झारखण्ड के अभी सैकड़ों गांव ऐसे है, जहां अभी तक बिजली नहीं पहुंची है

Read more

रघुवर सरकार ने केन्द्र को कहा सारे गांव में पहुंच गई बिजली, सरयू राय ने दावों को बताया गलत

झारखण्ड के खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने अब से थोड़ी देर पहले सोशल साइट फेसबुक पर कुछ चार पंक्तियां लिखी है, जो बताने के लिए काफी है कि राज्य की रघुवर सरकार कैसे केन्द्र सरकार में शामिल मंत्रियों को धोखे में रख रही है? और कोई बोलनेवाला नहीं, सभी चुप्पी साधे हुए हैं, और सीएम तथा उनके इर्द-गिर्द चक्कर लगानेवाले आईएएस-आईपीएस अधिकारियों की झूठी बातों में हां में हां मिलाये जा रहे हैं।

Read more

गांव न हो गया बच्चा हो गया, जिसको देखो वह उसे गोद लेने की ही बात कर रहा

गांव न हो गया कि एक बच्चा हो गया, जिसको देखों वह गांव गोद लेने को कह रहा हैं। जी हां, एक बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सासंदों को एक – एक गांव गोद लेने को क्या कह दिया, अब सीएम रघुवर दास भी ये कहने लगे कि हर अधिकारी एक गांव को गोद ले लें। भाई, क्या अधिकारियों को अब कोई काम नहीं रह गया, अब वे एक गांव गोद लेंगे, तब जाकर गांव का विकास होगा?

Read more