जो आला-दर्जे के मूर्ख होते हैं, वे अक्षय तृतीया के दिन अपने श्रम-संचित धन को व्यापारियों पर लूटा देते हैं

जो आला-दर्जे के मूर्ख होते हैं, वे अपने श्रम द्वारा संचित धन को अक्षय तृतीया के दिन व्यापारियों पर लूटा देते हैं और जो विद्वान होते हैं, वे इस दिन धर्म रुपी धन का संचय करते हैं, जिसका कभी क्षय नहीं होता और इसी कारण वैशाख शुक्लपक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया कहते है। आज का दिन भगवान में स्नेह लगाने, उनका विशेष ध्यान करने का दिन है, ताकि आप और हम ईश्वर के पास मौजूद अक्षयपात्र से उस अक्षय आशीर्वाद को ग्रहण करें।

Read more

अक्षय तृतीया के दिन पोंगा-पंथियों, अखबारों-चैनलों के झूठे विज्ञापनों के चक्कर में फंसे तो गये

फिर आया अक्षय तृतीया, इस बार व्यापारियों के साथ-साथ केन्द्र सरकार ने भी जनता को उल्लू बनाने का काम अपने हाथों में ले लिया है। अक्षय तृतीया को देखते हुए केन्द्र सरकार का एक विज्ञापन आया है, उसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का फोटो है, और उसमें लिखा है कि अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर, समृद्धि का युग शुरु करें। विद्रोही 24.कॉम का मानना है कि सोना खरीदने से समृद्धि नहीं आती है। समृद्धि आती है, संस्कार एवं चरित्र को ग्रहण करने से।

Read more